________________ भीमदत्तराध्ययनम् / अध्ययन 10 ] "'. ... [1 // फासया। इह कामगुणेहिं (हि) मुच्छिया, समयं गोयम ! मा पमायए // 20 // परिजूरइ ते सरीरये, केसा पराडरया हवन्ति ते / से सोयबले य हायई, समयं गोयम ! मा पमायए // 21 // परिजूरइ ते सरीरयं केसा पराडुरया हवन्ति ते / से चक्खुबले य हायई, समयं गोयम ! मा पमायए // 22 // परिजूरइ ते सरीरयं, केसा पराडुरया हवन्ति ते / से घाणवले य हायई, समयं गोयम ! मा पमायए // 23 // परिजूरइ ते सरीरयं, केसा पराडुरया हवन्ति ते / से जिब्भबले य हायई, समयं गोयम ! मा पमाषए // 24 // परिजूरइ ते सरीरयं, केसा पराडुरया हवन्ति ते / स फासबले य हायई, समयं गोयम ! मा पमायए // 25 // परिजूरइ ते सरीरयं, केसा पण्डुरया हवन्ति ते / से सव्वबले य हायई,समयं गोयम ! मा पमायए // 26 // अरई गण्डं विसूइया, श्रायंका विविहा फुसन्ति ते / विहडइ विद्धंसइ ते मरीरयं, समयं गोयम ! मा पमायए // 27 // वुच्छिन्द सिणेहमप्पणो, कुमुयं सारइयं व पाणियं से सव्वसिणेहवजिए, समयं गोयम ! मा पमायए // 28 // चिचाण धणं च भारियं, पव्वइयो हि सि श्रणगारियं / मा वन्तं पुणो वि याविए, समयं गोयम ! मा पमायए // 21 // अवउझिय मित्तवन्धवं, विउलं चेव धणोहसंचयं / मा तं बिइयं गवेसए, समयं गोयम ! मा पमायए // ३०॥न हु जिणे अज दिस्सई, बहुमए दिस्सइ मग्गदेसिए / संपइ नेयाउए पहे, समयं गोयम ! मा पमायए // 31 // श्रवसोहियकराटगापहं, श्रोइराणोऽसि पहं महालयं / गच्छसि मग्गं विसोहिया, समयं गोयम ! मा पमायए // 32 // अबले जह भारवाहए, मा मग्गे विसमेऽवगाहिया। पच्छा पच्छाणुतावए, समयं गोयम ! मा पमायए // 33 // तिगणो हु सि अण्णवं, महं किं पुण चिट्ठसि तीरमागयो ? / अभितुर पारं गमित्तए, समयं गोयम ! मा पमायए // 34 // अकलेवरसेणिमूसिया, सिद्धिं गोयम ! लोयं गच्छसि / खेमं च सिवं अणु