________________ भीमदत्तराध्ययनसूत्रम् / अध्ययन 41. [1.1 लाए डज्झमाणीए, न मे डन्झइ. किंच णं // 14 // चत्तपुत्तकलत्तस्स, निव्वापारस्स भिक्खुणो / पियं न विजई किंचि, अप्पियंपि न विजए // 15 // बहु खु मुणिणो भइ, अणगारस्स भिक्खुणो / सबथो विप्पमुक्करस, एगन्तमणुपस्सयो॥ 16 // एयमटुं निसामित्ता, हेउकारणचोइयो। तयो नमि रायरिसिं, देविन्दो इणमब्बवी // 17 // पागारं कारइत्ताणं, गोपुरऽट्टालगाणि य / उस्सूलए सयग्धी य, तो गच्छसि खत्तिया ! // 18 // एयमटुं निसामित्ता, हेउकारणचोइयो / तयो नमी रायरिसी, देवेन्दं इणमब्बवी // 11 // सद्धं नगरि किना, तवसंवरमग्गलं / खन्ति निउण-पागारं, तिगुत्तं दुप्पधंसयं // 20 // धणु परकम किच्चा, जीवं च ईरियं सया / घिई च केयणं किच्चा, सच्चेणं पलिमन्थए // 21 // तवनारायजुत्तेणं, भेत्तूणं कम्मकंचुयं / मुणी विगयसंगामो, भवायो परिमुच्चति // 22 // एयमढें निसामित्ता, हेउकारणचोइयो / नयो नमि रायरिसिं, देविन्दो इणमब्बवी // 23 // पासाए कारइत्ताणं, बड्डमाण गिहाणि य / वालग्गपोइयायो य, तो गच्छसि खत्तिया ! // 24 // एयमट्ट निसामित्ता, हेउकारणचोइयो। तयो नमी रायरिसी, देविन्दं इणमब्बवी // 25 // संसयं खलु सो कुणई, जो मग्गे कुणई घरं / जत्थेव गन्तुमिच्छेजा, तत्थ कुविज सासयं // 26 // एयम निसामित्ता, हेउकारण चोइयो / तयो नमि रायरिसिं, देविन्दो इणमबवी // 27 // ग्रामोसे लोमहारे य, गरािठभेए य तकरे / नगररस खेमं काऊणं, तो गच्छसि खत्तिया ! // 28 // एयमट्ठ निसास्त्तिा , हेउकारणचोइयो / तयो नमी रायरिसी, देविन्दं इणमबवी // 21 // असई तु मणुस्सेहि, मिच्छा दराडो पउंजई / अकारिणोऽत्थ बज्झन्ति, मुचई कारो जणो // 30 // एयमटुं निसामित्ता. हेउकारण,चोइयो / तयो नमि रायरिसि, देविन्दो इणमब्बवी // 31 // जे केई. पत्थिवा तुभं, नानमन्ति नराहिवा ! / वसे ते ठावइत्ताणं, तो गच्छसि खत्तिया ! // 32 // एयम?