________________ [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः नाशमो विमागः अगए गणिया य रहियो य" // 144 // सीया साडी दीहं च तणं यसव्वयं च कुस् / निब्बोदर अगोणे घोडगपडणं च रुक्खायो" // 145 // उपयोगदिट्ठसारा कम्मपसंग-परियोलविसाला / साहुक्कारफलवई कम्म समुत्था हवइ बुद्धी // 146 // हेरनिए' करिसए कोलिय डोवे | मुत्ति घय पथए / तुन्नाग वढई पूइए य घड' चिकारे श्र" // 147 // अणुमाणहेउदिट्ठत-साहिया वयविवागपरिणामा / हिअनिस्सेश्रसफलवई बुद्धी परिणामिश्रा नाम / / 948 // अभए' सिटि कुमारे देवी उदियोदए हवइ राया / साहू य नंदिसेणे धणदत्ते सावग अमञ्चे'. // 14 // खरगे " अमञ्चपुत्ते" चाणक्के 2 चे थूनभद्दे य" / नासिकसुदरी नंद" वरे" परिणामिया बुद्धी // 150 // चलणाहय यामंडे"मणी अ सप्पे अ" खग्गि" थूनि दे / परिणामिश्र-बुद्धीए एकमाई उदाहरणा // 151 // न किलग्मड जो तवसा सो तवसिद्धो दढपहारिख / सो कम्मक्खयसिद्धो जो सबलखीणकम्मंसो // 152 // दीहकालरयं जंतु कम्मं से सियमट्ठहा / सिधे धंतति सिद्ध स्स सिद्धत्तमुवजायइ // 153 / / नाऊण वेणिज्जं अबहुधं पायं च थोपागं / गंतूण समुग्घायं खाते कम्मं निरवसंसं // 154 // दंड कवाडे मंथंतरे अ सं(सा) हरणया सरीरत्थे / भासाजोगनिरोहे सेलेसी सिझणा व // 155 // जह उल्ला साडीया या सुकइ विरलिया संती / तह कम्मल हुय समए वच्चंति जिणा समुग्घायं / / 156 // लाउय एरंडफले अग्गी धूमे उसू धणुविमुक्के। गइ पुपपयोगेणं एवं सिद्धाणवि गईयो॥ 157 // कहिं पडिहया सिद्धा, कहिं सिद्धा पइट्ठिया ? / कहिं बोंदि चइत्ता णं ? कत्थ गंतूण सिमई ? // 158 // अलोए पडिहया सिद्धा, लोअग्गे अ पइट्टिया / इहं बोंदि चइत्ता णं, तत्थ गंतूण सिज्मई // 15 // ईसीपभाराए सीयाए जोश. णमि लोगंतो / बारसहिं जोत्रणेहिं सिद्धी सन्वट्ठसिद्धायो // 16 //