________________ मामदावश्यकरत्रम् :: अध्ययनं 1] .. (भा०) पदमं दिठोजुद्धं वायाजुद्धं तहेव पाहाहिं / मुट्ठोहि अहि . सव्वत्थवि जिप्पए भरहो // 32 // सो एव जिप्पमाणो विहुरो अह नरवई विचिंतेइ / किं मन्नि एस चक्की ? जह दाणी दुबलो अहयं // 33 // मागहवरदामपभास-सिंधुखंडप्पवायतमिसगुहा / __ सढि पाससहस्से, ओअविउं आगओ भरहो // 1 // (प्र. अ.) मागहमाई विजयो सुन्दरिपध्वज बारसभिसेश्रो। श्राणवण भाउ. गाणं समुसरणे पुच्छ दिटुंतो // 348 // बाहुबलिकोवकरणं निवेश्रणं चक्कि देवया कहणं / नाहम्मेणं जुज्झे दिक्खा पडिमा पइराणा य // 34 // ताहे चक्कं मणसी करेइ पत्ते अ चक्करयणंमि / बाहुबलिणा य भणिधिरत्थु रज्जस्स तो तुज्झ // 1 // चिंतेइ य सो मझ सहोअरा पुव्यदिक्खिया नाणी / अहयं केवलिहोउं वचहा म ठिओ पडिमं // 2 // (प्र०) (भा०) संवच्छरेण धूअं अमूहलक्खो उ पेसए अरिहा / हत्थोओ ओयरत्ति अवुत्तेचिंता पए नाणं // 34 // उप्पण्णनाणरयणो तिण्णपइण्णो जिणास पामूले। गंतु तित्थं नमि केवलिपरिसाइ आसोणो // 35 // काऊण एगछत्तं भरहोऽवि . अ भुजर विउलभोए / मरिईवि सामिपासे विहरइ तवसंजमसमग्गो // 36 // सामाइअमईअं इक्कारसमाउ जाव अंगाउ / उज्जुत्तो भत्तिगतो अहिनिओ सो गुरुसगासे // 37 // ' श्रह अण्णया कयाई गिम्हे उगहेण परिगयसरीरो। श्राहाणएण चइनो इमं कुलिंगं विचिंतेइ // 350 // मेरुगिरीसमभारे न हुमि समत्थो मुहुत्तमवि वोदु। सामराणए गुणे गुणरहियो संसारमणुकंखी // 351 // एवमणुचिंतंतम्स तस्स निगा मई समुप्पराणा। लद्धो मए उवायो जाया मे सासया बुद्धी // 352 // समणा तिदंडविरया भगवंतो निहुअसंह इयअंगा। अजिइंदिअदंडस्स उ होउ तिदंडं महं चिंधं / / 353 // लोई. दिअमुडा। संजया उ अहयं खुरेण ससिहो / थूलगपाणिवहायो वेरमणं मे सया होउ // 354 // निकिंचणा य समणा अकिंचणा मज्म किंवणं होउ। सीलसुगंधा समणा अहयं सीलेण दुरगंधो // 355 / /