________________ भीमदावश्यकम् / अध्ययन* -- - निरुवसग्ग वत्तिश्राए // 2 // सद्धाए, मेहाए, घिईए, धारणाए श्रगुप्पेहाए वट्ठमाणीए हामि काउस्सग्गं // 3 // // सूत्रम् // पुक्खर-वर-दीवड्डे, धायईसंडे अ जंबूदीवे श्र। भरहेरवय-विदेहे, धम्माऽऽइगरे नमसामि // 1 // तम-तिमिर-पडल-विद्धंसणस्स सुर-गण-नरिद महिअस्स / सीमावरस्त वंदे, पप्फोडिअमोह-जालस्स॥ 2 ॥जाइ-जरा-मरणसोग-पणासणस्त, कल्लाण-पुक्खल-विसाल-सुहा-ऽऽवहस्स। को देव-दाणवनरिंद-गणऽच्चि-अस्स ?, धम्मस्स सारमुवलब्भ करे पमायं ? // 3 // सिद्धे भो ? पयो गामो जिणमए नंदी सया संजमे, देवं नागसुवन्नकिन्नर-गणसन्भूअभावचिए। लोगो जत्थ पइट्ठियो जगमिणं तेलुकमच्चासुरं धम्मो वडउ सासो विजयश्रो धम्मुत्तरं वड्डउ // 4 // सुअस्स भगवो करेमि काउस्सग्गं, वंदणवत्तियाए० // सूत्रम् // - अन्नत्थ-ऊससिएणं, नीससिएणं, खासिएणं, छीएणं, जंभाइएणं, उडडुएणं, वायनिसग्गेणं भमलीए, पित्तमुच्छाए // 1 // सुहुमेहिं अंगसंचालेहिं सुहुमेहिं खेता-संचालेहि, सुहुमेहिं दिट्ठि-संचालेहिं // 2 // एवमाइएहिं श्रागारहिं, अभग्गो अविराहियो, हुज मे काउस्सग्गो // 3 // जाव अरि. हताणं भगवंताणं, नमुकारेणं न पारेमि // 4 // ताव कार्य हाणेणं मोणेणं, झाणेणं अप्पाणं वोसिरामि // 5 // // सूत्रम् // सिद्धाणं बुद्धाणं, पारगयाणं परंपर-गयाणं / लोभ-ग्गमुवगयाणं नमो सया सम्वसिद्धाणं // 1 // जो देवाण विदेवो, जं देवा पंजली नमसंति / तं देव देव-महिग्रं, सरिसा वंदे महावीरं // 2 // इको वि नमुकारो, जिणवरवसहस्स वद्धमाणस्स / संसारसागरात्रो, तारेइ नरं व नारिं वा / / 3 / / उजितसेलसिहरे, दिक्खा नाणं निसीहिया जस्स / तं धम्मचकवट्टि, अरि. हनेमि नमसामि // 4 // चत्तारि अट्ठ दम दोय, वंदिया जिणवरा चउव्वीसं / परमट्ठनिट्टि अट्ठा, सिद्धा सिद्धिं मम दिसंतु॥५॥॥ सूत्रम् //