________________ सोहंत-सुद्धदंतं, वसहं, अमिअ-गुण-मंगल-मुहं ॥सू. 34 // . | तओ पुणो हारनिकर-खीरसागर-ससंककिरण-दगरयरयय-महा* सेल-पंडुरतरं(पंडुरंग)(ग्रंथानं २००)रमणिज्ज-पिच्छणिज्जं,थिर-लट्ठपउठेंवट्ट-पीवर-सुसिलिट्ठ-विसिट्ठ-तिक्ख-दाढा-विडंबिअ-मुहं, परि-|| कम्मिअ-जच्च-कमल-कोमल-पमाण-सोभंत -लट्टउटुं, रत्तुप्पल-पत्तमउअ-सुकुमाल-तालु-निल्लालिअग्गजीहं,मूसागय पवर कणगताविअआवत्तायंत-वट्ट-तडियविमल-सरिस नयणं, विसाल-पीवर-वरोरुं, पडि