________________ कल्पसूत्र गज्जिअ-गंभीर-चारुघोसं, इभं, सुभं, सव्व-लक्खण-कयंबिअं वरोरुं / मूळ ___तओ पुणो धवल-कमलपत्त-पयराइरेग-रूवप्पभं, पहा-समुद ओवहारेहिं सव्वओ चेव दीवयंतं, अइसिरि-भर-पिल्लणा-विसप्पंतकंत-सोहंत--चारु-ककुहं, तणु-सुद्ध-सुकुमाल-लोम-निद्धच्छविं, थिरसुबद्ध-मंसलोवचिअ-लट्ठ-सुविभत्त सुंदरंग, पिच्छइ, घण-वट्ट लट्ठ-उकिट्ठ-विसिट्ठ-तुप्पग्ग-तिक्ख-सिंगं, दंतं, सिवं, समाण // 21 //