________________ 360RECRUA6060RRECRUAR RECR U PEECHAR भीमटा निशियसूत्रं :: recrt2). तं पवम्बई / सारीरं गोषमा ! टुमस्थ, सुपरिमुडं तमधारय // 2 // वालग्गको हिलावमयं, भागमित्तं छिये धुवे / अचिर अणण पदेससरं कुंधुमणहवित्ति खणं // 30 // तेणावि करक तिसल्ले, हिययमबासुर)(मुखसए तणू। सीथती अंगमंगाई गुरु,उनेइसव.सरीरं सत्भंतरंकय परपरस्सय॥३१॥ कथफरिसियमेतस्स, जे सलसलसले तणुं / तमनसं भिन्न सब्वंगे कलयलझतमाणसे // 32 // चितंतो हा कि किमेयं बाहेगुरूपीडाकरं। वीर बहमुक्कनीसासे, दुक्खं दुरवेण नित्य२॥३३॥ कमेयं कियचिरं बाहे:, कियचिरेणेव णिहिरहा। कटं वाऽहं विमु योसं!,इमाउ दुवसकडाउ गच्छंचे. ठं सर्व उरलं धावं वास पलामि। कंडगयं विपन्लोडं, किंवा पत्यं करेमिऽहं ? // 35 // एवं तिबरगवावारति-वोसरकखसंकडे / पविड़गे बादं संस्बेज्जा, आवलियाओ किलिस्सियं // 36 // मुणेऽहमेसझंडु मे, अण्णहा जो उवासमे। ता ए. वसवसापूणं, गोयम! निसुणेसुज करे // 37 // अहतं कुंधू बावाए, जई णो अन्नत्य गयं भवे / कड्यमाणोऽह भितारी अणुषसमाणो किलिस्सए ॥३४॥जश्वा बापुज्नावअंत कुं. ठंड्यमाणो व इयरहा। तो त अइरोहसाणंमि, पनिट गिध्यओ मुणे // 39 // अह किलमेतउभयो, रोह-माणेयरस्सउ / कंध्यमाणस्स उग देह, सदमटरज्यागं मुणे New समझे रोज्झागो, उसकोसं नारगाउयं / भनिस्पीपंडतेरिछ, अज्माणो समस्जिणे . कुथुपदफरिसजणियाने, हुस्खाओ उवसमत्थिया। पट हल्लकलीचने, जमवत्यतरं ag // 2 // निवण्णमुहलावणे, अइदीणा विमणदुम्मणा / सुणे चुण्णे यमदे से, मदहरदोहनिस्ससे // 53 // अविस्सामनुक्रवहेमहिं, असुह तरिछनारयं / कम्म निबंधताणं, भमिही / भनपरंपरं // 4 // व खोवसमाओ, तं कुथुवाश्यरज कुरा कहकहवि बहुक्लेिसेणं, जखणमेनं तु उसमे॥ AGROGRESPECHNOGRECORRECALCO. SHRSISTERECTORRECOREA