________________ महानिशीथसूत्रं :: यरनं / जो न रखेज्जा, सुहमे कत्थ स सुज्यिही ॥२॥कि बहुणा गोयमा। एल्य, दाऊणं आलोयणं / तसथावर जो न रखे, कत्थ गंतुं स सुन्झिही? // 83 // आलोइयनि. दियणरहिमोवि कयपायश्चित्तणीसल्लो / उत्तमठाणम डिओ पुढवारंभं परिहरिज्जा // 4 // आलोक्यनिदियगरहि ओवि कयपायरिछत्तणीसल्लो / उत्तमठामि ठिी, जोईएमा फुसावेज्जा // 5 // आलोझ्यानिदियगर हि भोवि कयपाछित्तसंविग्गो / उत्तमठाणमि ठिी, मा विद्यावे. ज्ज अत्तायां ॥६॥आलोइयनिदियगरहिओवि कथपायछित्तसंविग्गो / छिन्नंपि तणं हरिय, असई मणगं मा फरिसे // 8 // आलोइयनिहियगरहि ओवि कथयान्छित्त. संविग्गो / उत्तमठाणमि डिओ, जाबजीपि एते सिं // बेंदियतेंदियचउरोपंचिंदियाण जीवाणं / संघट्ट णपरियावयाकिलावणोहवण मा कासी // 9 // आलो. यनिदियगरहिओवि, कथयाथरिछत्तसंविग्गो / उत्तम. गणमि ठिओ, सावज्जं मा भणिज्जासु // 10 // . आलोइयनिदियगरहिओवि कथपायश्चित्तमंदि. गगी / लोयत्या णवि भूई गहिया गिहिनिस्वविउ . पना // 91 // आलोइयनिदियगरहिओवि कथयाच्छितनी. सल्ली / जे इत्थी संलविज्जा, गोयम ! कत्थ स सुन्मिही? // 12 // आलोइयनिदियगरहिमोवि, कथयाछित्त. संविग्गी / चोद्दसधम्मूबगरणे, उड़दं मा परिगडं कुजा / / 93 // तेसिाय निम्ममती अमुरिछओ अगढिा दटं . विया / अहज्जाउ ममस्तं ता सुदी गोयमा नत्थि॥९॥ कि बहुणा गोयमा / एत्य, दाऊणे आलोयणं। रयणीए आवि. ए पाणं, कत्थ गंतुं स सुन्झिही ? // 15 // आलोक्यनिदियः गरहिमोवि कथयाथरिछतनीसल्लो। इक्कमे ण रक्वे जो, कत्थ सुदि लभेज सो ? // 9 // अयसत्ये य जे भावे, RRRRRRRRRRRRRE