________________ 22RRRRRRRRRY [ 8] श्री आगम भुया सिन्धु 1 नवमो विभाग गुरुभा आहे? होति चउलटुगा // 429 // एवं ता उक्कोसे मज्झै छेदादि डाति गुरुमासे / गुरुगादि जहण्णे डायर अंताम्म लहुमासे // ४३णा बितियपदमुक्कमोइ य अहना वीसज्जितो रिदेण / अद्धाण पविदेसै दिक्मा से उत्तिमढे वा // 131 // रज्जी उकरीडादिसु संबद्धे तह य दचजोगाम्म / अब्भुईओ विणा-साय होइ शथावकारी तु // 432 // सांच्चत्त चित्त मीसगमवकारे दूतलेह उ करण। समणाण व समणीणवण कप्पते तोरसे दिक्खा // 433 // आसो हन्धी स्पोरया वाहीतं कतकतं च कणगादी / अहवा सभंडमत्ता परियादी अहिता होज्जा / / 434 // दोच्च विरुद्धं यू कूतं होहि पउत्तकूडलेहो वा / पिउपुत्तभाउगादी. कोई बहिओ व से होज्जा // 435 // तं तु अणुदियदंड जो पबालेति होति मूलं से / एगमणेगपओस होज्जा पत्धारदोसा वा // 436 // बितियपद मुक्कमोचिय अडवा विसज्जितो गरिदेणं / अद्धाणपरोवदे से दिक्सा से उत्तिमढे वाादारं ॥४३७॥उम्मादो साल दुविहो जक्सादेसो य मोडणिज्जो य / दुविहं पि ण . दिक्सिज्जा दोसा तु भने इमे तस्स // 43 // अगणी आली.. वणता आयवर्यावराहणा य उड्डाडो / छक्काय ण सद्दहती सज्झायज्झाणजोगे य // 439 // पडिलेडणादि वितह करेति समितीसु अमितो आधि / उनोदईपि ण गिति तम्हा वि दिवस उम्मीदारंवादविहो अदंसणो स्खल जातिल उवघाततो य णायब्बौ / उवघातौ पुण तिविहो वाहे उवघाउ अजणता // 11 // एय पसंगेणं चिय अवरो धीद्धिमो मुणेयको / एतेसिं सोहि. इमा जहक्कमेणं मुणेयब्बा // 442 // उदयणयणे तह सेसएसु धीणोद्धतो जु कमसोतु / छग्गुरु चउगुरु चरिमं दोसा तहिं दिक्खिते इणमो // 443 // धक्कार्यावउरमणना आवडणं साणुकंटमादीसु / पंडिल्लभडिलेहा अंधस्स ण. कप्यती दिक्खा // 444 // आवहात महादोसं दंसणकम्मोदए पीणदी। एममणेगपओसे जं काहीततु आवज्जे॥५४५॥गमे कीय, अणए दुभिक्से सावहि रुद्ध य / एमाइ होति दा.