SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 36
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂杂 , 'श्री निशीथ सूत्र :: उद्देशकः 16 [33] विडसइ // 07 // जे भिकरयू सचित्त पट्टियं उरए भुजा मुंलने वा सा. इज्जइ, विडसइ ।स०-९॥ जे भिकरयू सचित्तं अन्तरघुवंवा जाव उधुराल वा झुंज मुंजत वा साइवर, विडसह // २०१०-११॥जे भिक्स्यू आरणगाणं वगंवयाग (वण्णधाण) अडवीजत्तासेपट्टियाचं असणं वा / पडिगाहे पहिशाहन्तं वा साइबइ 303 // 012 // जे भिनाधू बुसराश्य अबुसराइय वयह व्यंत वा साइज // 1013 // जेभिक्षू अबुसराइय सराश्य वयवयंत वा साइजइ99॥सू.१४॥ जे भिक्खू बुगड्यामोग... णाभी अबुमराजय गण रकमइ सकमंतं वा साइजह / / 015) जे भिमन्यू बुध. खमंताणं अगणबाट वेड देत वा सान्च ॥सू०१६॥ मे भिमन्यू युगसबकुलाण असणं वा 5 पाईन्छ पस्मिन वा साइजद 09 // एवं वत्थं वा पडिगह वा कम्बलं वा पायपुश्यां वादे देत वा साइजह सू०१८॥ पछि पच्छित वामा. इचम.१९॥ एवं वसहिवि द्रोहिं जमएहि दे नवासारजह ॥सू०२०॥ पञ्छि गभू०१॥ अणू परिसड़॥०॥ जे भिनयमझायं तवा साइज ॥१०॥जे भन्यू महबकूताणं सज्झार्थ परिद पति वा साइज'१९६.राजे विह (भवि भणेशाहगणिज्ज अभिसंधारे अभिसंधारते वा साइज ॥सू०५॥ जे भिक्खू विरूवरूभाई दरसुगाथयणाई अणारिथाई मिलकर प. चन्तिभाइ सति गठे विहाराए संघरमाणे संथरणजे जणवएसु बिहार. पडियाए -भिलधारे अभिसंधान वा सामा६१६ // 2026 // जे भिक्खू बुगुविचकुलेम असणं ना 4 पडिगाडे३ परिगाहत वा साइबइ "020 // जे मिक्ख घु6ि-ध्यकलेसु वय वा पडिग्रहं वाकम्बलं वा पायपूञ्चण वा पडिगाहेर पडिगार्हतं वा साइन 2028 // वसहि // 09 // जे भिक्यू शुभियमुलेमु मध्झायं दिमह उहि मंतं च माइञ्ज / / सू.३०॥ वाएइ ।सू.३२।। परिच्छइ।सू.३२॥ जेभिवायू असण या 4 पुथ्वी तिषिव निस्विनंत ना साइजह // 1033 // संधारए / 034 // विहासे *3284035 // जे भिक्खू अन्नउत्थीहिवा गारस्थीहि वा सदि मुंजइ भुंजत वा साइबाइ // 2036 // जे भिक्रय आवेटियपरिबेटिए भुजइ भुजंतं वा साइजइट स०३७॥ जे भिकरयू आथरियज्वन्यायाणं सेआसंधारगं पाएणं संघदत्तातत्यग अणणुनवेता धारयो गरगरत बा साइच ६४२॥३॥जेभित्र पमाणाइरिचना गगाइरितं वा वहि धरे धरत वा साइज00०३९० REFERESESEREES
SR No.004370
Book TitleAgam Sudha Sindhu Part 09
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendravijay Gani
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year
Total Pages294
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_nishith, agam_bruhatkalpa, agam_vyavahara, agam_dashashrutaskandh, agam_jitkalpa, & agam_panchakalpa_bhashya
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy