________________ 32] . श्री आगम सुधा सिन्धुः . नवमो विभागः या साइज 268 / 066-74 // जे भिक्य अन्नत्थियरस वा जारस्थि. यस्स वा असणं वा देव देंतं वा साइजद // सू०१५॥ जे भिक्खू अन्नउत्थियम्स वा शारत्थियन्स वा असणं वा 4 पहिरछह पडिछन वा साइजह ॥सू०७६॥ जे भिक्खू वय वा पडिग्णहंवा कंबलं वापाथपुन्छणं बादेव वा साइज // 207 // जे भिमव बन्धना आव पायपुञ्छणं वा पडि पच्छितं वा साइज // 8 // जे भिकरवू या. सत्यस्स असणं वा देह तं वा साइजइ, पहिछति पच्छित वासा. इजर,वन्यं वा जाव पायपु-धणं वा देखि ३त वा साइजर, बत्थवाजाः घ पायपु-धणे वा पछि पछितं वा साइज ॥सू०७१-८२॥ एवं भोसनस्स, कुसीलस्स, नितियस्स,संसत्तस्स २०१॥सू०.३-९॥ जे भिखू जायणावत्यं वा निमन्तणावत्थं वा अजाणिय अपुध्यि भत्र वेसिय परिगाहेइ पडिगाहेंतं वा साइबई,से यबस्थेचउण्हं अन्नयरे सिया तंजहा- निधनियंसणिए मजपिए धगुस्सविए राथदुवारिए 29 ॥सू०९९॥ जे भिक्खू विभूसा पडियाए अपणो पाए आमजेस वा पमझेजवाभामजत वा पमप्लेन वा सातिजद, एवं तइयउद्देसगमेण जाव से गामागुगाम इञ्जिमाणे विभूसापडियाए अध्मणो पाए आमखेज वा पमचेल बा आमखंतं वा पमअंतं वा साइजद म. 100-152 // जे भिक्रय पत्थं वा पडिगह वाकम्बलं वा पायपु-धणे वा अन्नयर बा उशरणार्थ धरेइ धरत वा साइजय // सू०१५३।। धीव धोक्तं वा साइजइ, 39' त सेवमाणे आवजह चाउम्मासियं परिहारहाणं अधाइयं ॥सू० 154 // पण्णरसमो उद्देसभो॥१५॥ ... // अथ षोडशोदेशकः॥ जे भिक्खू सागारिय से उबार उमाशन वा साइवर '133' ।।सू०१॥ जेभिकर सउदगं सेवं अपविस भापविमत बा साइअई. 256 // 0 // सागणियं सेव 293 // 13 // जे भिक्खू सचिउर झुंजा, एवं पन्नरसमे उद्देले अवस्स जहा मो सोचव इहपिणेथव्वो // 20 // विसर ॥सू०५॥ जे भिक्खू सचित्तं अन्तरुधुयं वा उजुरपडिथ वा चोय नाउछुमेरगं वा उसाला वा उच्छुडालगं वा भुजह भुजेत वा साइज // सू०६॥ 獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎