________________ श्री निशीथ सूत्र : उद्देशक 12] [25] ३णाने उवाइणाभतं वा साइज 212 |सू०॥जे भिक्खू निवेयपिंड मुंजइ भुंजन का साइज्जइ 215 ।।सू०१॥ जे भिक्खू अहान् पसंसद पसंसतं वा साइजह॥०१२॥ जे भिकख भहारचंदं वंदर वंदतं वासाइजइ २२६॥३॥जेभिनन् नायगं वा अनायगंवा उवासगंवा अणु वाराण वा अगलं वा पव्वापेइ पब्वावेतवासाइजई॥०॥ वडानेइ उबहावतं वा साइज्ज३ 491' "05 // जे भिक्यू नाथएण वा अनायाण वा उनासामा ला अण्वासारण वा अणलेग वा वेथावच्चं कारेहकारंतं वासा. इप्जद 19606 // जे भिक्खू सचेले सचेलगाणं मझे संबसइ संवसंतं वा साइज३॥०७॥ जे भिक्स्यू अचेले सचेलगाय माझे संबपक्षसंवसंत वा साइज // R0 // सचेले बोलगाणं // 059 // अचेले अचेलगाणं '507 // 10 90 // जे भिक पारिवामियं पिप्पप्ति वा पिप्पलिचुण्डो वा सिगवरं ता सिंगबेरचण्ण वा बिल वालोणं वा उन्मिाभियंवा लोणं आहारेभा तारत वा साइज ५२०॥सू०११॥जे भिकरयू गिरिपडणाणि वा मस्परणाणिना भिगुपडणाणिवा तरूपडणाणि वा पकरवंदणाणि वा मस्परयंदणाणि वा नरूपकवंदणाणि वा जलपवेसापिवाजलणपसाणिवा (239) जलपक्वंदणाणि नाजालणपकरणाणिवा विसभरवणामिका सत्योवाडजाणिवा अंनोसल्लमरणाणि वा वेहाणसाणिवा गिद्धपदाणिवा वलयमरणाणिवा जान अन्नयराणि वा नहप्यगाराणि बालमरणाणि पसस पसंसत वा साइज्जइ,५३७॥ तं सेवमाणे आवज चाउमासियं परिहारडाणं अणु घाश्यं // 90 92 // एक्कारसमो उद्देसभो // 1 // ॥अथ द्वादशोदशक:॥ जे भिमन्यू कोलुणपडियाए अन्नयरिं तसयाणजाई तणयासरश्या वा मुंजपासएण वा कपास वा चम्मपासण वा क्तपासरण वा रग्नु पासगुण वा सुतपामएण वा बंध३ बंधतं वा साइज ॥सू०१॥जे भिक्कू बहेलगं मुयइ मुर्यतं वा साइजइ 10 // 2 // जे भिक्यू अभिकरवणं 2 पञ्चपरवाणं भय भंजतं वा सारज३ १५॥३॥जे भिक्खू परित्तकायसंमुत्तं भाहारेइ आहारं वा साइज २०॥सू.४॥ जे भिक्खू