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________________ 1201 पी आगम मुधी सिन्धुः * नवमो विभाग'. . ॥२॥जे भिकरम् अथपाथाणि नाजान बरपायाणि ना परिभुज परिभुतं त्रा साइज // 0 // जे भिक्रयू अथबंधणापि वा आव बरबंधणाणिवा कोश करेंत वा साइज जान परिभुजइ परिभुतं वा साइमनदास..६॥जेभिवरख परं मरजायणमेशभी पायमडियाए गच्छद गरछत वा साइमहासू 7 // जे भिक्खु पर अद्धजोयणमेराओ सपञ्चवायमि पाय अभिडं आहर देना पडिगाहेइ पडिगाहंत ना साइज्जइ 23 // 20 // जे भिक्खू धम्मस्म अवण्णं वयइवयतं वा साइज्ज ॥सू०९॥ जे भिक्यू अधम्मस्म वाणे वयश्वयंत वा साइजइ 36 ॥सू.१०॥ जे भिक्खू अन्नउस्थियास वा गारस्थियरस वा पाए आमन्जिन वा पमजिजवा भामशेत वा पमधेत वा साइज,एव तयउद्देसगमेण णेयचं नवरं अबस्थियगारस्थियाभिलावा जाव जेगामाशुशाम इजमाणे अण्ण त्थियस्स वा गारत्थियस्सवा सीसवारियं करे करवंवा साइज्जद' '३॥०११-६॥जे भिक्खू अय्याणं बीभावेद वीभावंत वा साइज॥६॥ परं बीभावेइ मु०॥ जे भिक्ख अय्याणं विम्हावे विम्हावंतवासाइज्ज // 066 // पर विम्हावे ॥१०॥जे मिक्य अभ्याणं वियरियासे विध्यरियासेनं वा साइजमा पर वियरियासेर मजे भिक्खू अध्या म्हनण्णं करे करतं का साइज''०७॥ जे भिक्यू वेरमविरुदरचलि. सज्ज गमणे आगमणं जमणाणमणं को करेंतं वा साइज ११५॥सू०७१ जे भिक्ख दियाभोथणस्त अवणां क्या वयं वा साइम ॥सू०२॥ राइभोथयस्स यण १२०९०७३॥जे भिक्खू दिया असणंवा पडिगाहेत्ता दिया भुज भंजतं वा साइज्जासू०७०॥जेभिक्खू असगंवा दिया पडिगाहेत्ता रत्तिभंगाइ भजन वा साइजस्॥ जे भिक्यू असणवार रतिं पोडगाहेत्ता दिया भुजई भुजतं वा साइज्ज३पसू०१६॥ जे भिक्खू असणं वा तिं पडिगाहेरर्ति मुंजइ भुजतं वा साइज 1910 जे भिक्खू असणं वा * अणागाढे परिवाद परिवासतं वा साइजमा जे मिक्स्य भणागादे परिवासियर असणस्सवा तयथ्यमाणं वा भूइप्यमाणं वा आहारं आहारे आहारं . साइज २०२॥स०७९॥जे भिक्षु मंसाइयं वा मध्छाश्यषा मंसखलं मरमरवलं वा आहेणवा पहेयवा सम्मेलंवा हिओलं वा अन्यरं वानर विरुवावं हीरमणां मेहाए पाए आसाय नाय पिवासाए श्यर्षि अन्नत्य
SR No.004370
Book TitleAgam Sudha Sindhu Part 09
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendravijay Gani
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year
Total Pages294
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_nishith, agam_bruhatkalpa, agam_vyavahara, agam_dashashrutaskandh, agam_jitkalpa, & agam_panchakalpa_bhashya
File Size7 MB
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