________________ [26 श्री आमम सुधा मिन्धुः जमो विभागः सलोमाई चम्माधरै धन वा (अहिं देइ अहिदें वा) साइछद 45 // ५॥जे भिकरयू तणपीढणंबा पलालपीटगंवा गणपीटगंवा कठपीगंवा परबन्धणोधन अहिदे अहिटुंत वा साइजद '२०॥सू०६॥ जे भिक्खू निगपीए संघाडि अझउत्थिपुण गारथिरण वा सि. व्वाईसिवावेंतं वा साइजइस.जे भिनपुटबीकाथरस वा कलमायमनिसमारभइसमारभत का साइजएवं आव वणमतिकाय-सा ॥०॥जे भिक्यू सचित्तलका दुमहद दुरुहंतं का साइज 'सू०९४ जेभिक्षु शिमिते भुरभुजतं वा साइव "0 मिमा निहिवन्य परिहेर परिहंत का साबन्द सू०११॥ जे भिक मिहानमेव वाहे वाहन वा सारवासू.१॥ जे मि. क्खू निहिनिधिं करेरकांत वा साइबर 206 // जे भिक्खू पुरेकम्मकडेण हत्येण वा मतेण बाधिए वा भाभणेण वा असणं वा परिगाहे पहिगाहवा / साइबद॥सू०१४जे भिवस्य अचत्यियाण मा भारत्थियाण वा सीमोगपरिभोण्ण हत्येोण जाब असमंबा पञ्जिाहेइ पडिमानं वा साइज १५२॥सू०१५॥ जे भिक्खू कटुकम्माणि वा चित्तकमाणिवा पोत्यकम्माणि वारन्तकमाणि कामणिकम्माणिवा सेलकम्माणिवा गंठिमाणिना वैदिमाणिवा पूरिमाणि संधाइमाणिवा पतरछेत्राणि वा विनिहाणि वा बेहिमाणि वा चमसणव.. डियाए अभिसंधारेइ अभिसंधारतं वा साइचहासू०१६॥जे भिवम् वप्याणि वा फलिहाणि वा उम्पमाणि वा पल्ललाणि ना उज्झरावा निमणिग वावीणिना पोमवराणि वा दहियाणि वा झुंजालियाणिवा सराणि वासरपंतियाणिवा सस्मरपंतियाणिवा चमस्वसणवाडियार अभिसंधारे अभिः संधारतं वा साइज .9जे भिक्खू मच्छामि वा ग्रहणाणि वा माणि वा नणाणि वा नविटुगाणि या पक्याणिवा पब्बयविदुशाणि वा चक्रवृहसणवरियाए अभिसंधारे अभिसंधारंत वा सारसह // // 018 // जे भिक्खू गामाणि वा नगाणिचा डाणि वा कब्बडाणि या मडम्बाणि वाराणमुहाभि का पदृयाणि वा आगराणि वा सम्साहाणिवा सन्निवेसाणिवा चवखुदंसगडियाए अभिसंधारे अभिसंधा रंतं वा साइज्जइसजे भिक्षू गाममहाणि वा आव संनिसमहाणिना जान साइज्जासू०२०॥ जे भिक्ख गामवहाणि वा जाव सन्निक्स