________________ 獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎 184] . श्री भागम सुधा सिन्धु नवमो विभागः णि निमिलिया एते नभयकप्यो इमो मो य॥17॥ माहारे भडबिहे मेजोर्डि पंचपरगाविसोही / दसणचरित्तगुत्तो तवस. मितिगणेडि मोहोते // 12 // असणादीतो छहा उनकारि च3बिडो य तरसेव / एसबिडाहारी पकवानस्सिमा डोने // 2113 // असणं मोदगादी तरकारी उ सरकुसणादी / पाण 3 पाणमेव तु मादी नु उनकारी // 2deg3F: साइम - लाइयं न सुत्ता-(ए)दी होते नदुचकारी 3 / साइम तंबोलादा चु. ण्णादी नदुवकारी नु / 2175 // एवं माहागदी उगमउप्पायागोम. पामुद्धं / उप्पाए दसणादीडि जुत्तो सहबा नददडाए - 2176 वर ती य भोलेरतो या विरयाविरती य लिबिहकरण तु / एस्केक होनि दहा मोहे य अभिरगहे चेव // 17 // रिती करण मोहे पंचव महत्वता भलती नु / होति अभिगाहकरण मिडविमुद्धादि योगविहं mar // इना ओहे मंजमो विभागतो होति सत्तर. सभेदो / अबिरीत असंजमोहे अदहारस अभिगाहे इणमो / 2179 // पाणतिवारे मोसे भदन मेहण परिगहे चेन / कोह माण मायलोभे पेजे रोसे नहा कलहे // 18 // अभयाणे पेमुण्ण भरतिरइ चेव मायमोसे य / मिच्छादसणसन्ते भरद्वारग ओभरगहे एस // 211, विरताविरतीए पूर्ण मोडेण अणुन्दता भरे पंच उत्तरगुणा अभिगह इति सिरसावता सन // एत्य पुण अहिगारो विस्तीकरण होति ट्रविहेणं / जह तेसु अतीयारोग होति नह ऊ पतियब 21.3 // उज्ज्ञामकिमयाण महब्बताण कलो हलते पीला / भनि आहारादिहि निहिँ पीडा होतऽसुद्ध1ि उज्जम उज्जोयोपल एतेणं रविषयाणक्याण | पीला उघातो खलु भनति कह पुच्छनी सीसी // 25 // भण्णात आहारोबार मेजा एतेहि तिरें असुद्धहि / उगामदोसादीहि नु पीला संजार्यात व्याण // 216 / तम्हा उ उग्गमादीडि विस्खाहारमादिया कज्जा / बेरमणकप्प एसो एतो साहारण चोच्छ॥१॥ अज्जुबहिज्झाय आहारमेव साहार / तह य अणुकंपा / आदिपणगं तु तुल्तं भइयं अणुस्मामणाए तु॥