________________ 獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎獎 श्री पस्यकल्प भाष्यम् [17] . सुद्धं गविनिय गवसणा विहा / अविडीय बिडीए था अविटीय इम मुणेयव्वं // 3 // दव्याणि जाणि कार्णािव गडणं लोए उति मावणं / तैसि तु संभवं मग्गमाणे ण तु माइते अत्यं // 16 // अविहीय दोस पिंडवाइसेज्जमज्झाणिक्यमपवेसी / णवकहगयचउक्के एते सव्येण पाति // 15 // साली तुंचीमादी आहारे मनिहमादि उवाईमि / रुकसा पुण सेज्जदहा एमाधिगमो हु साणं // 16 // एताई पुच्छिऊणं कत्थ पदण्णाणितहिं तर्हि गो। अविहिगरेमण एसा जहभणिया पिउजुजीए आहारोवाइसेज्जाण पाणदबहिँ होति णिपाती। वेसमिरिए पिलि अल्लगायततेललगुलमादी // 16 // हिमवते पिप्पली. ओ मलए मरिचाण होति णिप्पत्ती / हिंगुस्स रमक्मिए जीररामादी य जो जत्थ // 16 // मा अम्ड अडाए गावो कीता हटा व दुटावा। फलमादी मा कवयो व रोनितो अम्ह अढाए // 1690 // एमादि विमगांतो . पभवं गाणादियाण पनिहाणी / तह वत्यपातसेज्जाण मरेति सो अंतना चेव // 16 // एवं सो हिंडतो अनं पाणच हाणमुहि च / जह उगामे उ कह वा मझायं कुणतु हिंडतो / // 1642 // जो शिकसमणप से कालो भणितो तु वामउबद्धो / दुचनम् उडुबद्ध विहारो हेमंतागम्हामु // 1993 // णवमो वासावाने एमो कप्यो जिणे पण्णनो / ए. यस संघमाणं वोच्छामि अहं समासेणं // 19 // दोणि मया चन्ता. ला उडुबद्ध एतिओ विडारी नु / वामाम् पण्णासा पणगं पणगं हमने एगं // 2695 // पुरपच्छिममज्झाणं सबसि एस काल वोच्छो / पित्रं हिंडतेणं विहितो होति सो णियमा // 1696 // तम्हा मलु उप्पत्ती // एसियव्वा तु तेलि दव्वाणं / जस्सदहा णिप्पण्ण तं गर्नु एमते मतिम / 2697 // अतिबडय दुल्लभ वा गातुं दबकुलदेमभावे य / पुच्छति सुद्धमसुदं ताडे गहणं गहणं या ९अहवा पुढो भणेज्जा समणादिक यं व अहव शिक्मि। पकिमनं बावि भवे तत्व उदारा इमे होति // 16991 / समणे समणी सावयावेगसंबंध इइिट मामाए / राया तेणे पोवे या चिकस्वयं कुज्जा // 1700 // दमए दूभगो भट्टे समणे धण्णे य तेणए / ण य णाम ग बत्तवं टुडे कढे जहा वयणं // 17 // एतेसिं दाराणं विभाम अणिता जहा य कमि / सच्चेव। 聽聽聽聽護護聽聽聽聽聽聽聽