________________ . [142] पी आगम मुग मि-भु 0 नवमो विभाग . नवोवहाणाम्म उज्जति // 40 // कि मुण अनसे सेहिं दुक्सममयका रणा सुविहिए / होति / उज्जमियब्वं मपच्चवायम्मि माणुस्से 1 // 14 // मंचिन्ना विर परहे जर बदति चिन्थरेण पबहती / उदधि तेणं च गदी नह मीनगणोडि वडठाहि 06 // कणमप्ममाय आवस्सएहि सं. जमतवोनहाणेहिं / मिजमार माणुलम दल्लभलाभ बियाणिना 1809 तिनकमायपरिणता परपरिवाचमा करेज्जाड / भच्चासायणनिरता होह मदा संजमरता य // 40 // मुन्मुसगा गुमणं चेइयभत्ता य विणयजुला / मझाए भाउता साडू य मच्छला णिच्नं // 19 // एस असंडियमीलो बहसतो य अपरोवताली य / मणगुणमुदिहय लिय घ. ण्णाणयनीति घोसणा // 1410 / बाढ़ नि भाणिऊणं एवं गे मंगलं हि ज.. पंता / आणंदमुपाद मुंचंति गुणे मरता मे कतरे गुणा उ तस्मा जे सुसरतेस तास ते सीसा / भण्णति इणमो सुसूते भाले ममासे. j // 1522 // मनस्स रायगाणं सममुहदुम्माण णिप्पकंपा / दुक्तं सुविहिर जे चिरप्पनासो गमगंतु // 1413 // सीलड्ठ-गुणइठेडि य अपरोवताबीहिं / पनसतेहिं मएहि य देसाले कति या डोति // 4 // अणुसदिहं दाऊण ताहे पसम्मि निहिमुत्तम्मि / . अहसन्निहितं संघं असतिगण में समाय // 15 // जिणानरपादसमीने पडिवन्ने गणहराण व समीरे / चोहमपुव्वी तह चेतिए य अमती य बडमादी // 1 धामावहारविजठा काउं गह व गाहणं चेन / ' सुत्तन्थझरियसारा गण्डति अभिग्गडे धीश // 11 // जिणकप्पियपाउग्गा - भिग्गहा गेपडती / अण्णा तु / जिणकप्पो केरिमस्सा कमति पडिंबज्जिा ? सुणसु कय्ये सुनत्थविसारयन्स सघयणविरियजुत्नसा / एता. रिसास कति मडिवन्जिा डोलि जिणकप्यो // 19 // जिणकप्ये संध्य गंभणिनं पटम न होलि णियमेण , विरियं तु भण्णति धिती तीए जुतोक न्जकड़डममो 20 // कौति पु ण पडिवन्ने सो पुण णियमा उ कारणे हैं तु / काणि पुण कारणाणि य 1 इमाई ताई णिसामेह // 1421 // दे. इस्स दब्बलनं आयरियाणंच टुल्तभपसादा / दारं। रोगपडिबंध णम हति सीउण्डादी भ पडिभागी // 1522 // मुत्तस्थाणि वि घेनुं दुब्बलदेहो उ चाएति ।दा। गुरुणंच अणणुकूनत्तणेण माहिओ सूरी FFFFFFFERER