________________ 免染染染染孕孕孕孕孕孕孕孕免 [22] . - श्री भागम मुधा सिन्धु नवमी विभागः . णाण दुवालसंगं तं चेव य पश्यतु संवा / महामि उज्जतो या नतो व्व नई बच्छलो यानि // 1138 // चरणे निच्युन्जत्तो मूलगुणैर्मु मउतरगुणेमुं / // य अतियार कुणती पच्छितेण व योडिकतं // 1139 / / नवबारसंगजुत्तो समितीसोडतो तित्तिगुत्तो य / रागदौसागडता णिम्ममो णियते सरचि // 11 // कोडंजिति समाए महवमादीई सेस कलसेऽवि / दमणियमा दोवेक्कं इंदियणोइंदिया होनि / दारं // 1141 // णाणादिएहिं ओणेगार्डनोनु कम्मरस णिज्जरडाए / उज्जमनि परक्कमती घडइति / य डोंति एगदहा // 1142 // जड सुने णिहिट्टो नह कुवति जो तु अप्पमाएंतो / सो हु जडत्तो साडू जूणं मतिम बियाणेज्जा // 1143 // अतंदडा. मोकपडा ण उ इहलोगादि हेउगं कुणति / करण जोगतिएणं जयणाजु तो ति अववादे // 11/4 // मुलगुण उत्तरे या भानणपणवीस अणियायादीय। मेनी- पमोय-कारण-मन्झन्थादीहि णिक्कयो। दारं१५॥ एसो उ भानकप्यो अडवा पाणादितो पुणो लिविहो / दमणपटम भण्णति णाणचरिता तदायत्ता VET तो दंगणरस चेव तु जेहि पदेहिं न डोलि उ.. वघातो / ताई इमानि वोच्छंणिकसमणादीणित कमेण Immunणिकलामण गमणभुंजण सदियवथणे य एक्कवाणिए / दमणणाणाभिगमे रायकुमारे गणहरे यme णिकरमणे तम्ह अधोवहाएतुणा ततो भगवा एरिसए विदिक्ये विलंते जेण साडण Me प्रजा सर्वकारस्या तेण पवतंति कीस वावि जाणतो / नारिसए णिसंतो जेणुदितो होति सक्कारो // 1150 / / ___णड़ एवं वत्तवं सो चिय भगवं तु जाणए एन / णड भाशुपमा तीरइ सज्जोयपहाडिं अतिन्मइनुं // 1151 // गमणे तुरिय माडू गच्छंती अहो दिदडभिक्षुण। सणियं वयंति वं वतव्ये ज्जा // 1152 // ते लोगरंजणदहा मणियं गच्छे धम्मसइठाए / // य जुगपेडाए सलु बिवरीयं माइणो भानो // 153 // जवि काचि मतुरितं तं पि य गेलन्जमादिकज्जेसु / गच्छंती तु मुविहिता बडुतरमायं मुणेऊणं // 1158// भुजोत चिन्तकम्मदिनावि सक्कादि बोडियादी यार ण तहा साह एवं भासते दंसचिरोही // 1155 // कस्कडताए मोर्ण करोति जणारंजणटुताए / भावयन्वं एनं साधू पुण णिज्जराए / . . SPERFERRRRRESS