________________ [10] श्री आगम मुधा मि-युः नवमो विभागः उव्याहिज्जमाणे सपायं गहाय परपाथं ना जाइत्ता उधारपासवर्ण परिदुनेता अणुग्गए सूरिये एड३ परत वा सारज्जइ 917' तं सेवमाणे आवज्जइ मारितयं परिहारहाणं उघाइयं // 2019) तइओ उद्देसओ॥॥ ॥अथ चतुर्थीद्देशकः॥ ___ जे भिन्नू रायं अत्तीकरेइ अतीकरतं वा साइजइ॥ सू० जे भिक्खू अधीकरेइ अधीकरतं वा साइज्जइ॥सू०२॥ जे भिक्यू. . अत्थीको अत्यीकरंतं वा साइज ॥सू०३॥ एवं रायारविश्ययं / / स्तू०४.६।। नगरा विश्वायं ॥सू०१.९॥ निगभारक्खियं॥स् 1012 // देसारविश्वयं सू०१३-१५॥ सव्लाविश्वयं 3 // सू०१६१।। जे भिकरवू कसिणाओ ओसहीओ आहारे आहारं वा साइज्जइ 30 ॥०१९॥जे भिक्खू आयरियउवज्झाएहिं* विइन विगई आहारे आहारं वा साइज्जइ 62' / सू०२०॥ जे भिक्रय उनणलाई अजाणिय अपुरिछय अगवेसिय पुण्यामेव पिण्डवायमडियाए अणुपविसइ अणुपविसंतंवा साइजइ 109 // 2021 // जे भिक्रयू निगंधीणं उवस्मयंसि अविहीए अणुप विसइ अणुपविसंतं वा साइज 8222' // सू०२२॥ जे भिक्यू निग्गंधीणं आगमणपहंसि दण्डगं बा लड्डियं वा स्थहरणं वा मुह पोत्तियं वा भन्नथरं वा उवगरणजायं नवेइ ठवंतं वा साइज 233 // सू 23 // जे भिक्यू नवाई अन्नपन्नाई अहिंगरणाई उप्पाए३ उपायत वा साइज 253' एस०२४॥जेभिक्रय पोराणाड अहिगरणांई खामियविउस मियाई पणो उदीरे उदीरंतं वा साइजइ 258' / / सू० 25 // जे भिक्रयू मुहविष्फालियं हस हसेतं या साइज 263 / 026 / / जे पासत्यक्स संधाडियं देश पडिरछइ देन्तं वा परिछतं वा साइपाइ ॥सू०२७-२८॥ एवं ओसनस्स / / 029-30 // कुसीलस्मासू०३५३२॥ नितिथस्सासू०३३-३४) संमत्तस्स 23 // 035-36 //