________________ ARREARRA [226] श्री आगम मुथा मि-धु 0 नवमो विभाग उग्गडो मे कालदुगे वा अणुण्णाओ / / 11011: जर ाम कोई पुरिलो छा. ओ आकासकुच्छि परिच्छे / / हु होति सोच लित्तो भमुन्तता उवणओ एवं // 1102 / / कालदुवित्ति अणुण्णा गिम्हाए जत्थ चरममासो को। अण्णस्वेता सतीए तत्धडियागोग्गहो होति // 1102 // एमेव वासतीते दसराया तिणि जाव उस्कोसो / वाणिमिताडताणं उग्गडो छम्मास उक्कोसो 1106 // तवज्जसमत्तीए वि रायदुहपरचक्क असिवादी / एतेहिं कारणेडिं दु उग्गडो डोति तीते वि // 1105 // एतेसु उग्गडेसु आभवणमञ्चवि(चिान भणिए सा / अयमण्णो तु पगारो आभनमणाभवते य // 1106 / / सुडसीलणुकंपात दडए य संबंधिसवगगेलण्णे / सच्चित्ते ससिहाए पइदिए धारणादसामु / / 1107 // तणुयंपि णेच्छा ए दुम्सं सुर वा कंमती सदा / सुहसीलो एस अक्माओ मातागारवणिस्मितो / / 110 / / सुहसीलयाए मेडं कोई पेमेज्ज अण्णमाडणं / पत्लिमंध मण्णंतो दनं सू सारखेउं जे // 1109 // अन्महाय स व देज्जा कोई अणुकंपयाए मेडं तु / आयहीण व कोई पेमिज्जा धम्मसद्धाए // 1110 // दिज्जा मिणेहमओ वा संबंधी अस्म कोइ म.. च्चित्तं / समगो सयं व डोज्जा समगस्स र पेसवेज्जाहि देव गिलाणगस्सा यावच्चठताए अमहाए / अहला सयं गिलाणो अच. 'एंतो सारवे जे // 1112 // पेसिंतस्स उ अमिडो समिठो भामि पुज. स्स पोमो तस्स / एवं असंधरेणवि पेसियो जह गिलाणेणं // 1113 // कह दातु पुणो मरगति जम्हा सो अप्पभूतु णाणस्म / त. म्हा तस्सारिओ मरगति सेझंतियादी वा // 14 // अवा जाडे सयं चिय सो सेहो जाव होति गीथयो। तो जाणति आभयो अहयं पु. चिल्लयानं तु / दारं // 1115 // उडुवासवुइटमासे एसो भणितो तु कालकप्पविही / परियायकालकय एत्तो नौच्छ समासेण // 1116 / / को राइणितो होती ? को वावी होति मोमराइणिओ ? / भात सु. णसु विसेस रायणिय मोमराई ||1117 // संजमसेटीभंतो जो उहिलो यो भने ड रायणिो / जो बाहिं सो ओमो एयं अतिसेसितो जाणे॥ 2118 // तम्हा छउमस्थाणं जो मुवं हाजितो वएस तु / सो होनि राय. णिओ जो पच्छा सो भने मोमो // 1119 // सामइय संजयाणवि मामा FRESERRRRRRE