________________ 22222222222 [20] मुमा सिन्धु 7 नवो विभाग भण्णोन संचियमेवा मघट .. फासदत्वा जे तु भनो - छिण्णा भाग म्हस्य बन्दह कैछि भावे य कति दार ... झारलाई भारामं वाव भ हव रोज संजय मिन कई माफलाइल दाहंति | नत्य विसज्योग संजयटहा क्या कप्यति / अनहाए क ता पुणः ऋयती नंदला जड़ उ1907 पुनं जणेज्ज कोई माया रिओ मज्या भावनाको ति / नेमि महाओ डोहिति पचावे तु. सो कप्ये ७२भासणभहा दुधीओ बाचे फलेडी य वस्थमा नहा / संजयहाए जा मुत्तं भानदह नियम्मि पु' कप्ये॥३॥ कतो संजयहाते आतढासुत्तमादिक aa कप्पे / जम्छा ग्रहण अजोग्मो तु सजतहाए कारिनो EUR संजत अहा चियितो भातोवहतो य तत्तो य / कप्पोते जम्हा य कतो मंजतजोगो तु आनट्हा // 5 // एवं गावीओपी कोइ किणिजाहि मंज्यहाए / आतह टूट कपणे समणदहा टूट णो कम्ये // 786 // एमो प्रतिविसेसो भणिनो पुवं नु पिंडनुत्तीए / दारं / एत्तो उवहीकप्यं वोच्छा मि गुरुवाएमे / / 08 / विहो य होति उवही पत्ते वधे य ओवरहिए / जिधिरअजाण नहा कोच्छामि अहाणुपुचीए /ocell पाए उग्गम उप्पाथणेसणा संजोयणा पमाणे या ईगाल धूम कारण अविहा पाणिज्जुत्ती // 9 // जह संभव णेयव्वा पिंडगमेणं तु पातणिज्जुनी। सलधुग्गममादी जहा जहा जे तु जुज्जति // 790) पातपमाणं तु इम पमाणदारम्मि होति वनव्वं / मज्झजहण्णुक्कोसं वोच्छामि अहाणुपुब्बीए // 79 // ति. णि विहत्थी चउरंगुलं च भाणरस मज्झिमपमाणं / एत्तो हीण जहण्णं अतिरेगनरंतु उक्कोसं // 792 // उक्कोस निसामासे दगाउअद्धाणमागतो साट्ट / भुजति एगहाणे एयं किर मत्तगपमाणं / / 793 // एवं चेव पमाणं अतिरेगतरं अणुग्गह पक्तं / कंतारे दुभिक्थे रोहगमादीमु भइयचं / / 794 // वट समचउरंस होति धिरं धारं च नण्ण च / इंडं वाताइद्धं भिण्णं च अधारणिज्जाई // 79 // संडियाम्म भवे लाभों पतिदहा सपति . F