________________ BREARRRRRRY श्री पञ्चकल्प भाष्यम् [1 ] जाणेज्ज लेमि वेलं पच्यूसादी इमं तडियं / / 760 // सिंभो वइति प च्चसे पदोसे विनमडटरत्तम्मि / म लिए य वाओ बइठति पु चोवरगडे य1987। तत्थ वेज्जो पूच्छिज्जती नसिनवेल सच्चेत्र / चिया अवेलार पो किरिया इमा नेसि / / 16 / / तिनकडुपाई मिस निणार्ड वित्त कमायमहरेहे / णिधुण्डेहि य वायं सेसा बाड़ी भासणाने , 163 // के रिसए कालम्मी भाडामो कोरस तु पुरिमेणा / भाड़ारेयव्यो पल सत्य इमो बाणतो मो य / / 165 // सीले उपडं पविमेज्जा उण्डे सीय पवेसए दलं , गिटे लु स्य पवित्येज्जा लक्मे निद्ध प्रवेसए 765 // जो चाही निद्रेणं समुदिहतो सम्म लुकांकरिया उ / नुकोणमुर्दियस्स तु कायचा जिकिरिया तु // 766 / एसो तु लोइओ बलु पिंडो नु वाणओ स. मासेगां दारं। लोउत्तरिए पिंडे वणिज्जति पिंडणिज्जत्ती 1980104. डे उगाम 'उप्यायणेसणा मंजोयणा पमाणे य / इंगाल धूम कारण अहविड़ा पिंडणिज्जुत्ती // 6 // पुटवाईया भेटा वनच्च जहक्क. मेण पिंडस्स / गविसणमादीया वि य एमणभेदा य नह चेव // 769 // उग्गममादी दोमा सच्चे य जहक्कमेण वत्तव्वा / जह भणिय पिं उजनी गरि इमो पूलिए बिसेसो / / 1.10 // मचय कोहरा दारुय डाए तह गोरसे य लोणे य / लबणणेहे डिंगू दालिम तह तित्तए चेत्र / / 771 // भगारामे पुत्ते तुंबे फलही तडेव गाओ य। एतारिसे समपणे गहणं णणु कस्य केरिमय // 72 // भत्तस्स उवक्लेवो गोरसमादी तु मंचतो होति / सो संघदहा डवितो भावे अ. वोचिणि अगिझो।।७७३, अटिहय परिभुत्ते कति भावम्मिताहे वोच्छिणो / कर वोच्छिति भावो सोतूण अफामुदोस तु दारं॥ .... कोहरा तंदुल तिघरा समणहा सिं करा ण कम्पति / अह दच्छर सजथट्टा आयटडोवस्यडा कय्ये / / 775 // आयढाए दुछडा मजयभटहा तिच्छा कप्ये। जादेवि य आयहाए आरभो हो. नि नेमिनदार 9 / एमेव य दारूसागाइथाई जाइ अफासु. दव्वाइं . अनढोणोदेडताई कप्पे समणदह णवि कय्ये / / 777 / / गोग्य डिश तेल्लादि दालिमे निलकडूयदव्चाई / लंबण गुलो य FREEFERRRRRRRE