________________ 6.] [ श्रीमदागमसुधासिन्धु अष्टो विमांगा // 71 // जत्थ यं सन्निहिउक्खउ(ड)याहडमाईण नामगहणेवि / पूईकम्मा भीत्रा पाउत्ता कप्पतिप्पेसु // 72 // मउए निहुअसहावे हासदवविजिए विगहमुक्के / असमंजसमकरिते गोबरभुम? विहरंति // 73 // मुणिणं नाणाभिग्गह दुक्करपच्छित्तमणुचरंताणं / जायइ चित्तचमवकं देविंदाणंपि तं गच्छं // 74 // पुढवि-दग-अगणि-मारुय-वणप्फइ-तसाण विविहंजीवाणं / मरणंतेवि न पीडा कीरइ मणसा तयं गच्छं // 75 // खजूरिपत्तमुजेण, जो पमज्जे उवस्सयं / नो दया तस्स जीवेसु, सम्मं जाणाहि गोयमा!॥७६।। जत्थ य बाहिरपाणिस्त बिंदूमित्तंपि गिम्हमाईसु / तराहासोसिअपाणा मरणेवि मुणी न गिराहंति // 77 // इच्छिजइ जत्थ सया बीअपएणावि फास्यं उदयं / बागमविहिणा निउणं गोयम ! गच्छं तयं भणियं // 78 // जत्थ य सूल विसूइय अन्नयरे वा विचित्तमायके / उप्पन्ने जलणुजालणाइ न करेइ तं गच्छं // 79 // बीअपएणं सारूविगाइसढाइमाइएहिं च / कारिती जयणाए गोयम ! गच्छं तयं भणियं // 80 // पुष्फाणं बीयाणं तयमाईणं व विविहदव्वाणं / संघट्टणपरिश्रावण जत्थ न कुजा तयं गच्छं // 81 // हासं खेड्डा कंदप्पं नाहियवायं न कीरए जत्थ / धावणडेवणलंघणममकारावरणउच्चरणं // 82 // जत्थित्थीकरफरिसं अंतरि कारणेऽवि उप्पन्ने / दिट्ठीविसदित्तग्गी विसं व वजिजए गच्छे // 83 // बालाए वुड्ढाए नत्तुय दुहियाए अहव भइणीए / न य कीरइ तणुफरिसं गोश्रम ! गच्छं तयं भणियं // 84 // जत्थित्थीकरफरिसं लिंगी अरिहावि सयमवि करिजा / तं निस्छययो गोत्रम ! जाणिजा मूलगुणभट्ठ॥ 85 // कीरइ बीअपएणं सुत्तमभणियं न जत्थाविहिणा उ। उत्पन्ने पुण कजे दिक्खाग्रायंकमाईए // 86 // मूलगुणेहि विमुकं बहुगुणकलिपि लद्धिसंपराणं / उत्तमकुलेवि जायं निद्धाडिजइ तयं गच्छं // 87 // जत्थ हिरगणसुवराणे धणधरणे कसतंबफलिहाणं / सपणाण पासणाण य झुसिराणं चेव परिभोगो // 8 //