________________ [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: सप्तमो विभागः भूए कोलाहलभूए समाणुभावेण य गरफरुमधूलिमइला दुव्विसहा वाउला भयंकरा य वाया संवट्टगा य वाइस्संति 2 / इह अभिक्खणं 2 धूमाहिति य दिसा समंता रउस्सला रेणुकलुस-तमपडलणिरालोया समयलुक्खयाए णं अहियं चंदा सीयं मोच्छिहिति अहिग्रं सूरिया तविस्संति, अदुत्तरं च णं गोयमा ! अभिक्खणं घरसमेहा विरसमेहा खारमेहा खत्त(ट)मेहा अग्गिमेह। विज्जुमेहा विसमहा (असणिमेहा) अज(पि)वणिजोदगा वाहि-रोगवेदगणोदीरणपरिणामसलिला अमणुगणपाणियगा चंडानिल-पहत-तिक्खधारा-णिवातपउरं वासं वासिहिति 3 / जेणं भरहे वासे गामागर-गागर-खेड-कबड-मडंबदोणमुह पट्टणासमगयं जणवयं च उप्पयगवेलए खहयरे पविलसंघे गामारगणप्पयारणिरए तसे अ पाणे बहुप्पयारे रुक्खगुच्छ.गुम्मलय-वल्लि-पवालंकुरमादीए तणवणस्सइकाइए प्रोसहीयो अविद्धंसेहिति पव्यय-गिरि-डोंगरुस्थल-भट्ठिमादीए अ वेअड्डगिरिवज्जे विरावेहिति, सलिल-क्लि-विसम-गत्त(दुग्ग)णिराणुराणयाणि य गंगासिंधुवज्जाई समीकरेहिति 4 / तीसे णं भंते ! समाए भरहस्स बासस्स भूमीए केरिसए यागारभाव पडोबारे भविम्सइ ?, गोयमा ! भूमी भविस्सइ इंगालभूया मुम्मुरभूया छारियभूया तत्तकवेल्लुयभूया तत्तसमजोइभूया धूलिबहुला रेणुबहुला पंकबहुला पणयबहुला चलणिबहुला बहूणं धरणिगोयराणं मत्ताणं दुन्निकमा यावि भविस्सई 5 / तीस णं भंते ! समाए भरहे वासे मणयाग केरिसए यायारभावपडायारे भविस्मइ ?, गोयमा ! मणुया भविस्संति दुरूवा दुवम्णा दुगंधा दुरमा दुफासा अणिट्टा अर्कता अप्पिया असुभा अमान्ना अमणामा हीणस्सरा दीणस्सरा अणिटुस्सरा अकंतस्मरा अपियस्सरा यमणामस्मरा अमगुरागा. स्सरा यणादेज-वयणपञ्चायाता गिलजा कूडकवड कलह-बंधवेरनिरया मज्जायातिकमप्पहाणा अकजणिच्चुज्जुया गुरांणयोग-विणयरहिया य विकलरूवा परूढ-णह-केस-मंसुरोमा काला खर-फरुस-सा(मा)मवराणा फुट्टसिरा