________________ 388 ] ' [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः सप्तमो विभागः // अथ दशमप्राभृते द्वादशं प्राभृतप्राभृतम् // ता कहं ते देवताणं अज्झयाणा बाहिताति वदेजा ?, ता एएणं अट्ठावीसाए नक्खत्ताणं अभिई णक्खत्ते किंदेवताए परणत्ते ?, बंभदेवयाए पराणत्ते 1 / सवणे णक्खत्ते किंदेवयाए पन्नत्ते ?, ता विराहुदेवयाए पराणत्ते 2 / धणिट्ठाणक्खत्ते किंदेवताए पराणत्ते ?, ता वसुदेवयाए पराणत्ते 3 / सयभिसयानवखत्ते किंदेवयाए पराणते ?, ता वरुणदेवयाए पराणत्ते 4 / पुब्धपोट्टवया नक्खत्ते किंदेवताए पराणत्ते ? ता अजदेवयाए पराणत्ते 5 / उत्तरापोट्टवयानवखत्ते किंदेवयाए पराणत्ते ?, ता श्रहिवड्डिदेवताए पराणत्ते 6 / एवं सव्वेवि पुच्छिज्जति, रेवती पुस्सदेवता, अस्सिणी अस्सदेवता, भरणी जमदेवता, कत्तिया अग्गिदेवता, रोहिणी पयावइदेवया, सट्टाणा सोमदेवयाए, अद्दा रद्ददेवयाए, पुणव्वसू अदितिदेवयाए, पुस्सो वहस्सइदेवयाए, अस्सेसा सप्पदेवयाए, महा पितिदेवताए, पुव्वाफग्गुणी भगदेवयाए, उत्तराफग्गुणी अजमदेवताए, हत्थे सवियादेवताए चित्ता तट्टदेवताए साती वायुदेवताए विसाहा इंदग्गीदेवयाए अणुराहा मित्तदेवताए जेट्ठा इंददेवताए, मूने णिरितिदेवताए, पुवासादा पाउदेवताए, उत्तरासादा विस्सदेवयाए पराणत्ते 7 // सूत्रं 46 // दसमस्स बारसमं पाहुडपाहुडं समत्तं // 10-12 // -- // अथ दशमप्राभृते त्रयोदशं प्राभृतप्रामृतम् // . ता कहं ते मुहुत्ताणं नामधेजा आहिताति वदेजा ?, ता एगमेगस्स णं अहोरत्तस्स तीसं मुहुत्ता पराणत्ता, तंजहा-"रोहे सेते मित्ते, वायु सुगीए (पी) त अभिचंदे / महिंद बलवं बंभो, बहुसच्चे चेव ईसाणे // 1 // त? य भावियप्पा वेसमणे वरुणे य पाणंदे / विजए य वीससेणे पायावच्चे चेव उवसमे य // 2 // गंधव्व अग्गिवेसे सयरिसहे पायवं च श्रममे य। अणवं