________________ 284 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / सप्तमो विभागः जे ते एवमाहंसु-ता अस्सिणियाईया सत्त णक्खत्ता पुव्वदारिया पराणत्ता ते एवमाहंसु, तंजहा-अस्सिणी भरणी कत्तिया रोहिणी संठाणा अदा पुणव्वसू 1, पुस्साईया सत्तणक्खत्ता दाहिणदारिया पराणत्ता, तंजहापुस्सो अस्सेसा महा पुव्वाफग्गुणी उत्तराफग्गुणी हत्थो चित्ता 2, साइयाईया सत्त णक्खत्ता पच्छिमदारिया पराणत्ता, तंजहा-साई विसाहा अणुराहा जेट्टा मूलो पुवासादा उत्तरासाढा 3, अभिईयाईया सत्त णक्खत्ता उत्तरदारिया पराणत्ता, तंजहा-अभिई सवणो धणिट्ठा सयभिसया पुत्वभवया उत्तरभद्दवया रेवई 4, 4,5 / तत्थ णं जे ते एवमाहंसु-ता भरणियाईया सत्त णवखत्ता पुव्वदारिया पराणत्ता, ते एवमाहंसु तंजहा-भरणी कत्तिया रोहिणी संठाणा अहा पुणव्वसू पुस्सो 1, अस्सेसाईया सत्त णक्खत्ता दाहिणदारिया पराणत्ता, तंजहाअस्सेसा महा पुव्वाफग्गुणी उत्तराफग्गुणी हत्थो चित्ता साई 2, विसाहाईया सत्त णवखत्ता पच्छिमदारिया पराणत्ता, तंजहा-विसाहा अणुराहा जेट्ठा मूलो पुव्वासाढा उत्तरासादा अभिई 3, सवणाईया सत्तणवखत्ता उत्तरदारिया पराणत्ता, तंजहा-सवणो धणिट्ठा सयभिसया पुवापोट्ठवया उत्तरापोट्टवया खई अस्सिणी 4, 5, एते एवमाहंसु 6 / वयं पुण एवं वयामो-ता अभिईयाईया सत्त णक्खत्ता पुव्वदारिया पराणत्ता, तंजहा-अभिई सवणो धणिट्ठा सयभिसया पुव्वापोठुवया उत्तरापोटुवया रेवई 1, अस्सिणियाईया सत्त णक्खत्ता दाहिणदारिया पराणत्ता, तंजहा-अस्सिणी भरणी कत्तिया रोहिणी संठाणा श्रद्दा पुणव्वसू 2, पुस्साईया सत्त णक्खत्ता पच्छिमदारिया पराणत्ता, तंजहा-पुस्सो अस्सेसा महा पुव्वाफग्गुणी उत्तराफग्गुणी हत्थो चित्ता 3, साइयाईया सत्त णक्खत्ता उत्तरदारिया पराणत्ता, तंजहासाई विसाहा अणुराहा जेट्ठा मूलो पुव्वासाढा उत्तरासाढा 4 // सूत्रं 56 // दसमस्स पाहुडस्स एकवीसतितमं पाहुडपाहुडं समत्तं // 10-21 //