________________ श्रीमच्चन्द्रप्रज्ञप्तिसूत्रं : प्रा० 10 प्रा० 14-15 ] [ 277 // अथ दशमप्राभते चतुर्दशं प्राभृतप्राभूतम् // ता कहं ते दिवसाणं नामधेजा अाहियाति वएजा ? ता एगमेगस्स यस्ततस्स एराएरस 1 दिवसा परायचा, तंजहा-पंडित्यादिवसे 1, बितिया दिवसे 2 जाव परणरसी दिवसे 15, 1 / ता एएसि णं पराणरसराहं दिवसाणं पराणरसनामधेजा पराणत्ता, तं जहा-पुव्वंगे 1 सिद्धमणोरमे 2 य, तत्तो मणोहरो 3 चेव / जसभद्दे 4 य जसोधर 25 सव्वकामसमिद्धे 6 ति य // 1 // इंदमुद्धाभिसित्ते, य सोमणस 8 धणंजए 1 य बोद्धव्वे / अत्थसिद्धे 10 अभिजाते 11, अचासणे 12, य सतंजए 13 // 2 // अग्गिवेस्से 14 उवसमे 15 दिवसाणं णामधेनाई 2 / ता कहते राईयो अाहितेति वएजा ? ता एगमेगस्स णं णक्खत्तस्स. पराणरस राईयो पराणत्तायो, तं जहा-पडिवया राई बितिया राई जाव पराणरसी राई 3 / ता एयासिणं पराणरसराहं राईणं पराणरसनामधेजा पराणत्ता, तं जहाउत्तमा 1, य सुणक्खत्ता 2, एला एलावच्च 3 जसोधरा 4 / सोमणसा 5 चेव तहा, सिरिभूया 6 य बोद्धव्वा // 1 // विजया, य वेजयंति 8, जयंति 1 अपराजिया 10 य गच्छा 11 य / समाहारा 12 चेव तहा तेया 13 य तहा य श्रइतेया 14 // 2 // देवाणंदा 15 निरई, रयणीणं, णाम धेजाई // सूत्रं 48 // दसमस्स पाहुडस्स चउद्दसमं पाहुडपाहुडं समत्तं // 10-14 // // अथ दशमप्राभृते पञ्चदशं प्राभृतप्राभृतम् // ___ता कहं ते तिहीनो श्राहितेति वएजा ? तत्थ खलु इमा दुविहायो तिहारो पराणत्तायो, तं जहा-दिवसतिही य राईतिही य / ता कहते दिवसतिही श्राहितेति वएजा ? ता एगमेगस्स णं पक्खस्स पराणरस 2 दिवस तिही पराणत्ता, तं जहा-नंदा 1 भद्दा 2 जया 3 तुच्छा 4