________________ // अहम् // श्री-श्रुतस्थविरप्रणीतं // श्रीमच्चन्द्रप्रज्ञप्तिसूत्रम् // नमो अरिहंताणं // जयइ नव-नलिण-कुवलय-वियसिय-सयवत्त-पत्तलदलच्छो / वीरो गइंद-मयगल-सललिय-गयविकमो भयवं // 1 // नमिऊण असुर-सुर-गरुल-भुयग-परिवदिए गयकिलेसे / अरिहे सिद्धायरियउवज्झाए सव्वसाहू यः॥ 2 // फुड-वियड-पागडत्थं, वुच्छं पुव्व-सुय-सारनीसंदं / सुहुमं गणिणोवइ8, जोइस-गणरायपराणत्तिं ॥३॥नामेण इंदभूइत्ति गोयमो वंदिऊण तिविहेणं / पुच्छइ जिणवर-वसहं, जोइसरायस्स पराणत्तिं // 4 // कइ मंडलाइ वच्चइ 1, तिरिच्छा किं च गच्छई 2 / श्रोभासइ केवइयं 3, सेयाइ किं ते संठिई 4 // 5 // कहिं पडिहया लेसा 5, कहं ते श्रोयसंठिइ 6 / के सूरियं वरयते 7, कहं ते उदयसंठिई 8 // 6 // कइकट्ठा पोरिसीच्छाया 1, जोगेत्ति किं ते पाहिए 10 / किं ते संवच्छरा. णाई 11, कइ संवच्छराइ य 12 // 7 // कहं चंदमसो वुडी, 13, कया ते दो(जो)सिणा बहू 14 / के सिग्धगई वुत्ते 15 किं ते दो(जो)सिणलक्खणं 16 // 8 // चयणोववाय 17 उच्चत्ते 18, सूरिया कइ अाहिया 11 / अणुभावे केव संवुत्ते 20, एवमेयाइं वीसई 1 // सूत्रं 1 // वडोवड्डी ? मुहुत्ताण-मद्धमंडलसंठिई 2 / के ते चिराणं परियरइ 3 अंतरं किं चरंति प 4 // 10 // श्रोगाहइ केवइयं 5 केवइयं च विकंपइ 6 / 'मंडलाण य संठाणे 7 विक्खंभो 8 अट्ठ पाहुडा // 11 // सू० २॥छप्पंच य सत्तेव. य,