________________ 194 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / सप्तमो विभागः निरई श्राउ विस्सा य 2 / ए णक्खत्ताणं एया परिवाडी णेवा जाव उत्तरासाढा किंदेवया पराणत्ता ?, गोत्रमा ! विस्सदेवया पराणत्ता 3 / // सूत्रं 158 // एतेसि णं भंते / अट्ठावीसाए णक्खत्ताणं अभिईणक्खत्ते कतितारे पराणत्ते ?, गोत्रमा ! तितारे पराणत्ते, एवं णेश्रव्वा जस्स जइबायो तारायो, इमं च तं तारग्गं-तिगतिगपंचगसयदुग दुगवत्तीसगतिगं तह तिगं च / छप्पंचगतिगएकगपंचगतिग छक्कगं चेव // 1 // सत्तगदुगदुग पंचग एक्केकग पंच चउतिगं चेव / एकारसग चउक्कं चउकगं चेव तारग्गं // 2 // इति // सूत्रं 151 // एतेसि णं भंते ! अट्ठावीसाए णक्खत्ताणं अभिई णक्खत्ते किंगोत्ते पराणते ?, गोयमा ! मोग्गलायणसगोत्ते, गाधा-मोग्गल्लायण 1 संखायणे 2 अ तह श्रग्गभाव 3 करिणल्ले 4 / तत्तो अ जाउकरणे 5 धणंजए 6 चेव बोद्धव्वे // 1 // पुस्सायणे 7 अ अस्सायणे श्र भग्गवेसे 1 श्र अग्गिवेसे 10 श्र। गोश्रम 11 भारदाए 12 लोहिच्चे 13 चेव वासि? 14 // 2 // श्रोमजायण 15 मंडब्वायणे 16 अ पिंगायणे 17 अ गोवल्ले 18 / कासव 11 कोसिय 20 दब्भा 21 य चामरच्छाय 22 सुगा य 23 // 3 // गोवल्लायण 24 तेगिच्छायणे 25 श्र कचायणे 26 हवइ मूले / ततो अ बज्झिायण 27 वग्धावच्चे श्र गोत्ताई 28 // 4 // 1 / एतेसि णं भंते ! अट्ठावीसाए णक्खत्ताणं अभिईणक्खत्ते किंसंठिए पराणत्ते ?, गोत्रमा ! गोसीसावलिसंठिए पराणत्ते, गाहागोसीसावलि 1 काहार 2 सउणि 3 पुष्फोवयार 4 वावी य 5-6 / णावा 7 पासखंधग 8 भग 1 छुरघरए 10 अ सगडुद्धी 11 // 1 // मिगसीसावलि 12 रुहिरबिंदु 13 तुल्ल 14 वद्धमाणग 15 पडागा 16 / पागारे 17 पलिअंक 18-19 हत्थे 20 मुहफुल्लए 21 चेव // 2 // खीलग 22 दामणि 23 एगावली 24 अ गयदंत 25 विच्छुअले य 26 / गयविक्कमे 27 अ तत्तो सीहनिसीही अ 28 संठाणा // 3 // 2