________________ ... [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / सप्तमो विभागः काले 6 अ महाकाले 7 माणवगे महानिही = संखे 1 // 1 // णेसप्पंमि णिवेसा गामागर-गणगरपट्टणाणं च / दोणमुहमडंबाणं खंधावारावणगिहाणं ॥१॥गणिस्स य उप्पत्ती माणुम्माणस्स जं पमाणं च / धराणस्स य बीयाण य उप्पनी पंडुए भणिया // 2 // सव्वा श्राभरणविही पुरिसाणं जा य होइ महिलाणं / श्रासाण य हत्थीण य पिंगलगणिहिमि सा भणिया // 3 // रयणाई सबरयणे चउदसवि वराई चक्कवट्टिस्स / उप्पज्जते एगिदियाई पंचिंदियाई च // 4 // वत्थाण य उप्पत्ती णिप्फत्ती व सव्वभत्तीणं / रंगाण य धोव्वाण य सव्वाएसा महापउमे // 5 // काले कालराणाणं भव्वपुराणं च तिसुवि वंसेसु / सिप्पसयं कम्माणि अतिरिण पयाए हिअकराणि // 6 // लोहस्स य उप्पत्ती होइ महाकालि अागराणं च / रुप्पस्स सुवरणस्स य मणिमुत्तसिलप्पवालाणं॥७॥ जोहाण य उप्पत्ती श्रावरणाणं च पहरणाणं च। सव्वा य जुद्धणीई माणवगे दंडणीई अ॥८॥ णट्टविही णाडगविही कव्वस्स य चउब्विहस्स उप्पत्ती / संखे महाणिहिंमी तुडिअंगाणं च सव्वेसिं // 1 // चकटपइट्टाणा अठुस्सेहा य णव य विक्खंभा। बारसदीहा मंजूमसंठिया जराहवीइ मुहे // 10 // वेरुलियमणिकवाडा कणगमया विविह-रयणपडिपुराणा / ससि-सूर-चकलक्खण अणुसमवयणोववत्ती या // 11 // पलियोवमट्टिईया णिहिसरिणामा य तत्थ खलु देवा / जेसिं ते श्रावासा अकिजा अाहिवच्चा य // 12 // एए णव णिहिरयणा पभूय-धण-रयण-संचयसमिद्धा / जे वसमुपगच्छंति भरहाहिवचकवट्टीणं // 13 // 3 / तए णं से भरहे राया अट्ठमभत्तंसि परिणममाणंसि पोसहसालारो पडिणिक्खमइ, एवं मजणघरपवेसो जाव सेणिपसेणिसदावणया जाव णिहिरयणाणं अट्ठाहिनं महामहिमं करेइ 4 / तए णं से भरहे राया णिहिरयणाणं अट्टाहिआए महामहिमाए शिव्वत्ताए समाणीए सुसेणं सेणावइरयणं सद्दावेइ 2 चा एवं वयासी-गच्छराणं भो