________________ 34] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: षष्ठो विभागः दंसणारिया य, ग्रहवा चरिमसमय-बुद्धवोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया य अचरिमसमय-बुद्धबोहिय छउमत्थ-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया य, सेत्तं बुद्धबोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया, सेत्तं छउमत्थ-खीणकसाय-बीयरायदंसणारिया 21 / से किं तं केवलिखीणकसाय-वीयरायदंसणारिया ?, केवलि-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-सजोगि-केवलि-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया य अजोगि-केवलि-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया य 22 / से कि तं सजोगि-केवलि-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया ?, सजोगि-केवलि-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-पढमसमय-सजोगि-केवलिखीणकसाय-वीयरायदंसणारिया य अपढमसमय-सजोगि-केवलि-खीणकसायवीयरायदंसणारिया य, ग्रहवा चरिमसमय-सजोगि-केवलि-खीणकसायवीयरायदंसणारिया य अचरिमसमय-सजोगि-केवलि-खीणकसाय वीयरायदसणारिया य, से तं सजोगि-केवलिखीणकसाय-वीयरायदंसणारिया 23 / से किं तं अजोगि केवलि-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया ?, अजोगिकेवलि-खीणकलाय-वीयरायदंसणारिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-पढमसमयअजोगि केवलि-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया य अपढमसमय-ग्रजोगिकेवलि-खीणकसाय-बीयरायदंसणारिया य, अहवा चरिमसमय-अजोगिकेलि खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया य अचरिमसमय-अजोगि-केवलिखीणकलाय-वीयरायदंसणारिया य, से तं अजोगि-केवलि-खीणकसायवीयरायदंसणारिया 24 / से तं केवलि-खीणकसाय-वीयरायदंसणारिया, सेत्तं खीणकमाय-वीयरायदंसणारिया, सेत्तं वीयरायदंसणारिया, सेत्तं दंसणारिया 25 / से किं तं चरित्तारिया ?, चरित्तारिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहासरागचरित्तारिया य वीयरागचरित्तारिया य 26 ।से किंतं सरागचरित्तारिया?, सरागचरित्तारिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-सुहमसंपराय-सराग-चरित्तारिया य