________________ 348] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / षष्ठो विभागः // अथ कर्मवेदबंधाख्यं षडविंशतितमं पदम् // ... __ कति णं भंते ! कम्मपगडीयो पराणत्तायो, गोयमा ! अट्ठ कम्मपगडीयो पराणत्तायो, तंजहा-णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं, एवं नेरइयाणं जाव वेमाणियाणं 1 / जीवे णं भंते ! णाणावरणिज्जं कम्म वेदमाणे कति कम्मपगडीयो बंधति ?, गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्टविहबंधए वा छविहबंधए वा एगविहबंधए वा 2 / नेरइए णं भंते ! णाणावरणिज्ज कम्मं वेदेमाणे कति कम्मपगडियो बंधति ?, गोयमा ! सत्तविहबंधए वा अट्टविहबंधए वा, एवं जाव वेमाणिते, नवरं मासे जहा जीवे 3 / जीवा णं भंते ! णाणावरणिज्जं कम्मं वेदेमाणा कति कम्मपगडीतो बंधति ?, गोयमा ! सव्वेवि ताव होजा सत्तविहांधगा य अट्ठविहबंधगा य 1 अहवा सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य छव्विहबंधगे य 2 अहवा सत्तविहबंधगा य अट्टविहबंधगा य छव्विहबंधगा य 3 अहवा सत्तविह. बंधगा य अट्ठविहबंधगा य एगविहबंधए य 4 अहवा सत्तविहबंधमा य अट्टविहबंधगा य एगविहबंधगा य 5 अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंगा य छविहबंधए य एगविहबंधए य 6 ग्रहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधए य एगविहबंधगा य 7 अहवा सत्तविहबंधगा. य अट्टविहबंधगा य छविहबंधगा य एगविहबंधए य 8, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगा य छविहबंधगा य एगविहबंधगा य 1, एवं एते नव भंगा, अवसेसाणं एगिदियमणूसवजाणं तियभंगो जाव वेमाणियाणं, एगिदियाण सत्तविहबंधगा य अट्टविहवंधगा य 4 / मणूसाणं पुच्छा, गोयमा ! सव्वेवि ताव होज सत्तविहबंधगा 1 अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधगे य 2 अहवा सत्तविहबंधगा य अविहबंधगा य 3 अहवा सत्तविहबंधगा य छव्विहबंधए य 4, 5 / एवं छविहबंधएणवि समं दो भंगा, एगविहबंधएणवि समं दो भंगा, अहवा सत्तविहबंधगा य अट्ठविहबंधए