________________ श्रीमत्प्रज्ञापनोपाङ्ग-सूत्रम् : पदं 20 ] [ 285 // अथ अन्तक्रियाख्यं विंशतितमं पदम् // नेरइय अंतकिरिया 1 अणन्तरं 2 एगसमय 3 उव्वट्टा 4 / तित्थगर-चकि-बलदेव-वासुदेव-मंडलिय-रयणा 5-10 य // 1 // दारगाहा 1 / जीवे णं भंते ! अंतकिरियं करेजा ?, गोयमा ! अत्थेगइए करेजा, अत्थेगतिए णो करेजा 2 / एवं नेरइए जाव वेमाणिए 3 / नेरइए णं भंते ! नेरइएसु अंतकिरियं करेजा ?, गोयमा ! नो इण सम? 4 / नेरइया णं भंते ! असुरकुमारेसु अंतकिरियं करेजा ?, गोयमा ! नो इण? सम8 5 / एवं जाव वेमाणिएसु 6 / नवरं मणूसेसु अंतकिरियं करेजत्ति पुच्छा, गोपमा ! अत्यंगतिए करेजा अत्थेगतिए णो करेजा 7 / एवं असुरकुमारा जाव वेमाणिए 8 / एवमेव चउवीसं 2 दंडगा भवंति 1 / दारं 1 / सूत्रं 255 // नेरइया णं भंते ! किं अणंतरागया अंतकिरियं करेंति परंपरागया अंतकिरियं करेंति ?, गोयमा ! अणंतरागयावि अंतकिरियं करेंति परंपरागयावि अंतकिरियं करेंति 1 / एवं रयणप्पभापुढविनेरझ्यावि जाव पंकप्पभापुढवीनेरइया 2 / धूमप्पभापुढवीनेरइया णं भंते ! पुच्छा, गोयमा ! णो अणंतरागया अंतकिरियं पकरेंति, परंपरागया अंतकिरियं पकरेंति, एवं जाव अहेसत्तमापुढवीनेरइया 2 / असुरकुमारा जाव थणियकुमारा पुढवीघाउ-वणस्सइकाइया य अणंतरागयावि अंतकिरियं पकरेंति परंपरागयावि अंतकिरियं पकरेंति, तेउ-वाउ-बेइंदिय-तेइंदिय-चउरिदिया णो अणंतरागाया अंतकिरियं पकरेंति परंपरागया अंतकिरियं पकरेंति 3 / सेसा अणंतरागयावि अंतकिरियं पकरेंति परंपरागयावि अंतकिरियं पकरेंति 4 / दारं 2 // सूत्रं 256 // अणंतरागया णं भंते ! नेरझ्या एगसमये णं केवइया अंतकिरियं पकरेंति ?, गोयमा ! जहन्नेणं एगो वा दो वा तिन्नि वा उकोसेणं दस 1 / रयणप्पभापुढवीनेरझ्यावि एवं चेव, जाव वालुयप्पभापुढवीनेरइया 2 / अणंतरागया णं भंते ! पंकपभापुढवीनेरझ्या एगसमयेणं