________________ 264 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः षष्ठो विभागः सुकलेसं पप्प तारूत्ताए तावरणत्ताए तागंधत्ताए तारसत्ताए ताफासत्ताए भुजो 2 परिणमइ ?, हंता गोयमा ! कराहलेसा नीललेसं पप्प जाव सुक्कलेसं पप्प तारूवत्ताए जाव ताफासत्ताए भुजो 2 परिणमइ 4 / से केणठेणं भंते ! एवं वुच्चइ-कराहलेसा नीललेसं जाव सुकलेसं पप्प तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ ?, गोयमा ! से जहा नामए वेरुलियमणी सिया कराहसुत्तए वा नीलसुत्तए वा लोहियसुत्तए वा हालिदसुत्तए वा सुकिल्लसुत्तए वा थाइए समाणे तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ, से तेणठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ-कराहलेसा नीललेसं जाव सुक्कलेसं पप्प तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमति 5 / से नूणं भंते ! नीललेसा किराहलेसं जाव सुकलेसं पप्प तारूवत्ताए जाव भुजो 2 परिणमइ ? हंता गोयमा ! एवं चेव 6 / काउलेसा किराहलेसं नीललेस्सं तेउलेस्सं पम्हलेस्सं सुक्कलेसं, एवं तेउलेसा किराहलेसं नीललेस्सं काउलेस्सं पम्हलेस्सं सुक्कलेसं, एवं पम्हलेसा किराहलेस्सं नीललेस्सं काउलेस्सं तेउलेस्सं सुक्कलेसं पप्प जाव भुजो 2 पउिणमइ ?, हंता गोयमा ! तं चेव 7 / से नूणं भंते ! सुझलेसा किराहलेस्सं नीललेस्सं काउलेस्सं तेउलेस्सं पम्हलेस्सं पप्प जाव भुजो 2 परिणमइ ?, हंता गोयमा ! तं चेव 8 // सूत्रं 225 // कराहलेसा णं भंते ! वन्नेणं केरिसिया पन्नत्ता ?, गोयमा ! से जहा नामए जीमूते इ वा अंजणे इ वा खंजणे इ वा कज्जले इ वा गवले इ वा गवलए इ वा जंबूफले इ वा ग्रहारिटठे इ वा परपुठेइ वा भमरेइ वा भमरावली इ वा गयकलभे इ वा किराहकेसरे इ वा श्रागासथिग्गले इवा किराहासोए इ वा कराहकणवीरए इ वा किराहबंधुजीवए इ चा, भवे एतारूवे ?, गोयमा ! णो इणठे समठे, कराहलेस्सा णं इत्तों अणिट्टयरिया चेव अकंतयरिया चेव अप्पियतरिया चेव अमणुन्नतरिया चेव अमणामतरिया चेव वन्नेणं पत्नत्ता 1 / नीललेस्सा णं भंते ! केरसिया वन्नेणं