________________ 200 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः षष्ठो विभागः गेराहति, तंजहा-कालाई नीलाई लोहियाई हालिदाई सुकिलाई 7 / जाई वराणतो कालाइं गेराहति ताई किं एगगुणकालाई गेराहति जाव अणंतगुणकालाई गिराहति ?, गोयमा ! एगगुणकालाइंपि गिराहति जाव अणंतगुणकालाईपि गेराहति, एवं जाव सुकिल्लाइंपि 8 / जाइं भावतो गंधमंताइं गिराहति ताई कि एगगंधाइं गिराहति दुगंधाई गिराहति ?, गोयमा ! गहणदव्वाई पडुच्च एगगंधाइंपि दुगंधाइंपि गिराहति, सव्वग्गहणं पडुच्च नियमा दुगंधाई गिराहति 1 / जाइं गंधतो सुब्भिगंधाइं गिराहति ताई कि एगगुणसुब्भिगंधाई गिराहति जाव अणंतगुणसुभिगंधाइंपि गिराहति ?, गोयमा ! एगगुणसुब्भिगंधाइपि जाव अणंतगुणसुभिगंधाइपि गेराहइ, एवं दुब्भिगंधाइंपि गेराहइ 10 / जाइं भावतो रसमंताई गेराहति ताई किं एगरसाइं गेहति ? जाव किं पंचरसाइं गेराहति ?, गोयमा ! गहणदव्वाइं पडुच्च एगरसाइंपि गेगहति जाव पंचरसाइंपि गेगहति सव्वग्गहणं पडुच्च नियमा पंचरसाई गेराहति 11 / जाई रसयो तित्तरसाइं गेहति ताई कि एमगुणतित्तरसाई गिराहति जाव अणंतगुणतित्तरसाइं गिराहति ?, गोयमा ! एगगुणतित्ताइंपि गिराहइ जाव अणंतगुणतित्ताइपि गिराहति, एवं जाव मधुररसो 12 / जाई भावतो फासमंताई गेराहति ताई कि एगफासाई गेराहइ जाव अट्ठफासाई गिरहति ?, गोयमा ! गहणदव्वाइं पडुच्च णो एगफासाइं गेराहति, दुफासाई गिराहइ जाव चउफासाइं गेराहति, णो पंचफासाइं गेराहति, जाव नो अट्ठफासाइं गेराहति, सव्वगहणं पडुच्च नियमा चउफासाइं गेराहति, तंजहासीतकासाई गेराहति ऊसिणफासाइं गेहति निद्धफासाई गेराहति लुक्खफासाइं गेराहति 13 / जाइं फासतो सीताई गिराहति ताई कि एगगुणसीताई गेराहति जाव अणंतगुणसीताई गेराहति ?, गोयमा ! एगगुणसीताइंपि गेराहति जाव अणंतगुणसीताइपि गेराहति, एवं उसिणणिद्धलुक्खाई जार अणंतगुणाइंपि गिराहति 14 / जाइं भंते ! जाव अणंतगुणलुक्खाई