________________ 190 ) [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: षष्ठो विभागः य अचरमंतपएसा य दोवि विसेसाहिया एवं वट्टतंस-चउरंसायएसुवि जोएयव्वं 11 / परिमंडलस्स णं भंते ! संगणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स य चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दवट्ठयाए पएसट्टयाए दव्वट्ठपएसट्टयाए कयरे 2 हितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सव्वत्थोवे परिमंडलस्स संगणस्स असंखेजपएसिअस्स संखेजपएसोगाढस्स दव्वट्टयाए एगे यचरमे चरमाति संखेजगुणाति, अवरमं च चरमाणि य दोवि विसेसाहियाति पदेसट्टयाते सबथोवा परिमंडलसंगणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स चरमंतपएसा अचरमंतपएसा संखिजगुणा चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दोवि विसेसाहिया दवट्ठपएसट्टयाए सव्वत्थोवे परिमंडलस्स संठाणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स दव्वट्टयाए एगे अचरिमे चरमाति संखे. जगुणाति अचरमं च चरमाणि य दोवि विसेसाहियाति चरमंतपएसा संखेजगुणा अचरमंतपएसा संखेजगुणा चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दोवि विसेसाहिया, एवं जाव आयते 12 / परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स असंखेजपएसियस्स असंखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दव्वट्ठयाए पएसट्ठयाए दबट्टपएसट्टयाए कयरे२हितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! जहा रयणप्पभाए अप्पाबहुयं तहेव निखसेसं भाणियव्वं, एवं जाव आयते 13 / परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स अणंतपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स अचरिमस्स य 4 दवट्टयाए 3 कयरे 2 हितो अप्पा वा बहुया वा तुला वा विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! जहा संखेजपएसिअस्स संखेजपएसोगाढस्स, नवरं संकमेणं अणंतगुणा, एवं जाव अायए 14 / परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स अणंतपएसियस्स असंखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स य 4 जहा रयणप्पभाए, नवरं संको