________________ 380 / [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / पञ्चमो विमागा णं भंते ! किं पुढविपरिणामा अाउपरिणामा जीवपरिणामा पुग्गलपरिणामा ?, गोयमा ! पुढविपरिणामावि ग्राउपरिणामावि जीवपरिणामावि पुग्गलपरिणामावि 1 / दीवसमुद्देसु णं भंते ! सव्वपाणा सबभूया सव्वजीवा सव्वसत्ता पुढविकाइयत्ताए जाव तसकाइयत्ताए उववराणपुव्वा ?, हंता ! गोयमा ! असति अदुवा अणंतखुत्तो 2 // सू० 110 // इति दीवसमुद्दा समत्ता॥ __कतिविहे णं भंते इंदियविसए पोग्गलपरिणामे पराणत्ते ?, गोयमा ! पंचविहे इंदियविसए पोग्गलपरिणामे पराणत्ते, तंजहा-सोतिदियविसए जाव फासिदियविसए 1 / सोतेंदियविसए णं भंते ! पोग्गलपरिणामे कतिविहे पराणत्ते ?. गोयमा ! दुविहे पराणत्ते, तंजहा-सुब्भिसद्दपरिणामे य दुभिसद्दपरिणामे य, एवं चक्खिदियविसयादिएहिवि सुरूवपरिणामे य दुरूवपरिणामे य 2 / एवं सुन्भिगंधपरिणामे य दुन्भिगंधपरिणामे य, एवं सुरमपरिणामे य दूरसपरिणामे य, एवं सुफासपरिणामे य दुफासपरिणामे य 3 / से नूणं भंते ! उच्चावएसु सद्दपरिणामेसु उच्चावएसु रूवपरिणामेसु एवं गंधपरिणामेसु रसपरिणामेसु फासपरिणामेसु परिणममाणा पोग्गला परिणमंतीति वत्तव्वं सिया ?, हंता गोयमा ! उच्चावएसु सद्दपरिणामेसु परिणममाणा पोग्गला परिणमंतित्ति वत्तव्वं सिया 4 / से गुणं भंते ! सुन्भिसदा पोग्गला दुब्भिसद्दत्ताए परिणमंति दुभिसदा पोग्गलो सुब्भिसदत्ताए परिणमंति ?, हंता गोयमा ! सुब्भिसद्दा दुन्भिसद्दत्ताए परिणमंति दुब्भिसदा सुब्भिसदत्ताए परिणमंति 5 / से गुणं भंते ! सुरूवा पुग्गला दूरूवत्ताए परिणमंति दुरूवा पुग्गला सुरूवत्ताए परिणमंति ?, हंता गोयमा !, सुरूवा पुग्गला दूरूवत्ताए परिणमंति, दूरूवा पुग्गला सुरूवत्ताए परिणमंति 6 / एवं सुब्भिगंधा पोग्गला दुब्भिगंधत्ताए परिणमंति दुब्भिगंश पोग्गला सुब्भिगंधत्ताए परिणमंति ?, हंता गोयमा /