________________ 238 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / पञ्चमो विभागः धणुसहस्सं 11 // सू० 86 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णेरइयाणं सरीरया किंसंघयणी पराणत्ता ?, गोयमा ! छराहं संघयणाणं असंघयणा, णेवट्ठी णेव छिरा णवि राहारू णेव संघयणमस्थि, जे पोग्गला अणिट्ठा जाव अमणामा ते तेसिं सरीरसंघायत्ताए परिणमंति, एवं जाव अधेसत्तमाए 1 / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए नेरतियाणं सरीरा किंसंठित्ता पराणता ?, गोयमा ! दुविहा पराणत्ता, तंजहा-भवधारणिज्जा य उत्तरवेउव्विया य, तत्थ णं जे ते भवधारणिज्जा ते हुंडसंठिया पराणत्ता, तत्थ णं जे ते उत्तरवेउब्विया तेवि हुंडसंठिता. पराणत्ता, एवं जाव अहेसत्तमाए 2 / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए णेरतियाणं सरीरंगा केरिसता वराणेणं पराणता ?, गोयमा ! काला कालोभासा जावं परमकिराहा वराणेणं पराणत्ता, एवं जाव अहेसत्तमाए 3 / इमीसे ण भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए नेरइयाणं सरीरया केरिसया गंधेणं पराणत्ता ?, गोयमा ! से जहानामए अहिमडे इ वा तं चेव जाव अहेसत्तमा 4 / इमीसे णं रयणप्पभाएं पुढवीए नेरइयाणं सरीरया केरिसया फासेणं पराणत्ता ?, गोयमा ! फुडितच्छविविच्छविया खरफरुसझामझुसिरा फासेणं / पराणत्ता, एवं जाव, अधेसत्तमाए 5 // सू० 87 // इंमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए रतियाणं केरिसया पोग्गला ऊसासत्ताएं परिणमंति ?, गोयमा ! जे पोग्गला अणिट्टा जाव अमणामा ते तेसि ऊसासत्ताए परिणमंति, एवं जाव अहेसत्तमाए, एवं श्राहारस्सवि सतसुवि 1 / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए नेरतियाणं कति लेसायो पराणत्तायो ?, गोयमा ! एका काउलेसा पराणत्ता, एवं सकरप्पभाएऽवि 2 / वालुयप्पभाए पुच्छा, दो लेसाश्रो पराणत्तायो, तंजहानीललेसा कापोतलेसा य, तत्थ जे काउलेसा ले बहुतरा जे णीललेस्सा पराणत्ता ते थोवा 3 / पंकप्पभाए पुच्छा, एका नीललेसा पराणत्ता 4 /