________________ 162 / [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / पञ्चमो विभागः कलावसंठिता, तिन्नि लेस्सा, ठिती जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिनि राइं. दियाई तिरियमणुस्सेहितो उववायो, सेसं तं चेव एगगतिया दुअागतिया, परित्ता असंखेजा पराणत्ता, सेत्तं तेउकाइया 3 // सू० 25 // से कि तं वाउकाइया ?, 2 दुविहा पराणत्ता, तंजहा-सुहुमवाउक्काइया य बादरखाउकाइया य, सुहुमवाउकाइमा जहा तेउकाइया णवरं सरीरा पडागसंठिता एगगतिया दुधागतिया परित्ता असंखिजा, सेत्तं सुहुमवाउकाइया 1 / से किं तं बादरवाउक्काइया ?, 2 अणेगविधा पराणत्ता, तंजहा-पाईणवाए पडीणवाए, एवं जे यावराणे तहप्पगारा, ते समासतो दुविहा परणत्ता, तंजहा-पज्जत्ता य अपजत्ता य 3 / तेसि णं भंते ! जीवाणं कति सरीरगा पराणत्ता ?, गोयमा ! चत्तारि सरीरंगा पराणत्ता, तंजहा-थोरालिए वेउम्बिए तेयए कम्मए, सरीरगा पडागसंठिता 3 / चत्तारि समुग्घाता-वेयणासमुग्घाए कसायसमुग्घाए मारणंतियसमुग्घाए वेउव्वियसमुग्घाए, श्राहारो णिव्वाघातेणं छदिसि वाघायं पडुच्च सिय तिदिसि सिय चउदिसि सिय पंचदिसिं, उववातो देवमणुयनेरइएसु णत्थि, ठिती जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं तिन्नि वाससहस्साई, सेसं तं चेव एगगतिया दुआगइया परित्ता असंखेजा पराणत्ता, समणाउसो !, सेत्तं बायरवाऊ, सेत्तं वाउकाइया // सू० 26 // से किं तं थोराला तसा पाणा ?, 2 चउविहा पराणत्ता, तंजहा-बेइंदिया तेइंदिया चरिंदिया पंचेंदिया // सू० 27 // से कि तं बेइंदिया ?, 2 अणेगविधा पराणत्ता, तंजहा-पुलाकिमिया जाव समुहलिक्खा, जे यावराणे तहप्पगारा, ते समासतो दुविहा पराणत्ता, तंजहा-पज्जत्ता य अपजत्ता य 1 / तेसि णं भंते ! जीवाणं कति सरीरगा पराणत्ता ?, गोयमा ! तो सरीरगा पराणत्ता, तंजहा-थोरालिए तेयए कम्मए 2 / तेसि णं भंते ! जीवाणं के महालिया सरीरोगाहणा पण्णता ?, जहन्नेणं अंगुलासंखेजभागं उक्कोसेणं बारसजोयणाई छेवट्ठसंघयणा हुंडसंठिता, चत्तारि कसाया, चत्तारि