________________ श्रीज्ञाताधर्मकथाङ्ग-सूत्रम् : श्रु० 2 :: वर्ग 7-8 ] [ 257 // 7 // अथ सप्तमो वर्गः // सत्तमस्स वग्गस्स उक्खेवो, एवं खलु जंबू ! जाव चत्तारि अज्झयणा पन्नत्ता, तंजहा-सूरप्पभा पायवा अचिमाली पभंकरा 1 / पढमज्झयणस्स उक्खेवयो, एवं खलु जंबू ! तेणं कालेणं 2 रायगिहे समोसरणां जाव परिसा पज्जुवासइ, तेगां कालेगां 2 सूरप्पभा देवी सूरंसि विमाणांसि सूरप्पभंसि सीहासगांसि सेसं जहा कालीए तहा णवरं पुन्वभवो अरक्खुरीए नयरीए सूरप्पभस्स गाहावइस्स सूरसिरीए भारियाए सूरप्पभाए दारिया सूरस्स अग्गमहिसी ठिती अद्धपलिग्रोवमं पंचहिं वाससएहिं अब्भहियं सेसं जहा कालीए 2 / एवं सेसाप्रोवि सव्वायो अरक्खुरीए णयरीए 3 // सूत्रं 161 // सत्तमो वग्गो समत्तो / // इति सप्तमो वर्गः // 2-7 // // 8 // अथ अष्टमो वर्गः // अट्ठमस्स उक्खेवयो, एवं खलु जंबू ! जाव चत्तारि अज्झयणा पन्नत्ता तंजहा-चंदप्पभा दोसिणाभा अचिमाली पभंकरा-१ / पढमस्स अज्झयणस्स उक्खेबयो, एवं खलु जंबू ! तेगां कालेगां 2 रायगिहे समोसरगां जाव परिसा पज्जुवासती, तेगां कालेगां 2 चंदप्पभा देवी चंदप्पभंसि विमाणंसि चंदप्पभंसि सीहासणंसि सेसं जहा कालीए, णवरं पुवभवे महुराए णयरीए भंडिवडेंसए उजाणे चंदप्यमे गाहावती चंदसिरी भारिया चंदप्पभा दारिया चंदस्स अग्गमहिसी ठिती अद्धपलिग्रोवमं पराणासाए वाससहस्सेहिं अब्भहियं सेसं जहा कालीए 2 / एवं सेसागोवि महुराए णयरीए मायापियरोवि धूयासरिसणामा 3 // सूत्रं 162 // अट्ठमो वग्गो समेत्तो। // इति अष्टमो वर्गः // 2-8 //