________________ श्रीज्ञाताधर्मकथाङ्ग सूत्रम् / श्रुत० 2. वर्गः 1 ] [ 253 ग्रोवमाई ठिई पन्नत्ता, काली णं भंते ! देवी ताणो देवलोगायो अणंतरं उववट्टित्ता कहिं गच्छिहिति कहं उववजिहिति ?, गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिति, एवं खलु जंबू ! समणेणं जाव संपत्तेणं पढमवग्गस्स पढमज्झयणस्स अयम? पराणत्तेत्तिबेमि 18 // सूत्रं 154 // धमकहाणं पढमज्झयणं समत्तं ॥१-१॥जतिणं भंते ! समणेणं जाव संपत्तेणं धम्मकहाणं पढमस्स वग्गस्स पढमझयणस्स अयम? पन्नत्ते बितियस्स गां भंते ! अझयणस्स समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अट्ठ पराणत्ते ?, एवं खलु जंबू ! तेणं कालेणं 2 रायगिहे नगरे गुणसीलए चेइए सामी समोसढे परिसा णिगया जाव पज्जुवासति 1 / तेणं कालेणं 2 राई देवी चमर. चंचाए रायहाणीए एवं जहा काली तहेव श्रागया. णट्टविहिं उवदंसेत्ता पडिगया, भंतेत्ति भगवं गोयमा ! पुब्वभवपुच्छा, एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं 2 यामलकप्पा णयरी अंबसालवणे चेइए जियसत्तू राया राई गाहावती राईसिरी भारिया राई दारिया पासस्स समोसरणं, राई दारिया जहेव काली तहेव निक्खंता तहेव सरीरबाउसिया तं चेव सव् जाव अंतं काहिति / एवं खलु जंबू ! बिइयज्झयणस्स निक्खेवो // 1-2 // जति णं भंते ! तइयज्झयणस्स उवखेवतों, एवं खलु जंबू / रायगिहे णयरे गुणसिलए चेइए एवं जहेब राती तहेव रयणीवि, णवरं थामलकप्पा नयरी रयणी गाहावती रयणसिरी भारिया रयणी 'दारिया सेसं तहेव जाव अंतं काहिति // 1-3 // एवं विज्जूवि श्रामलकप्पा नयरी विज्जुगाहावती विज्जुसिरिभारिया विज्जुदारिया सेसं तहेव // 1-4 // एवं मेहावि श्रामलकप्पाए नयरीए मेहे गाहावती मेहसिरि भारिया मेहा दारिया सेसं तहेव // 1-5 // एवं खलु जंबू ! समणेणं जाव संपत्तेणं धम्मकहाणं पढमस्स वग्गस्म अयम? परांणत्ते // सूत्रं 155 // ......... // इति प्रथमो वर्गः // 2-1 // ..