________________ श्रीमद्व्याख्याप्रज्ञप्ति(श्रीमद्भगवती सूत्र :: शतकं 30 :: उद्देशकः 1] [761 // अथ समवसरणाख्य-त्रिंशत्तमं शतकम // कइ णं भंते ! समोसरणा पन्नत्ता ?, गोयमा ! चत्तारि समोसरणा पनत्ता, तंजहा-किरियावादी अकिरियावादी अन्नाणियवाई वेणइयवाई 1 / जीवा णं भंते ! किं किरियावादी अकिरियावादी अन्नाणियवादी वेणइयवादी ?, गोयमा ! जीवा किरियावादीवि अकिरियावादीवि अन्नाणियवादीवि वेणइयवादीवि 2 / सलेस्सा णं भंते ! जीवा किं किरियावादी ? पुच्छा, गोयमा! किरियावादीवि अकिरियावादीवि अन्नाणियवादीवि वेणइय. वादीवि, एवं जाव सुकलेस्सा 3 / अलेस्सा णं भंते ! जीवा ? पुच्छा, गोयमा! किरियावादी नो अकिरियावादी नो अन्नाणियवादी नो वेणइयवादी 4 / कराहपक्खिया णं भंते ! जीवा किं किरियावादी ? पुच्छा, गोयमा ! नो किरियावादी अकिरियावादी अन्नाणियवादीवि वेणइयवादीवि, सुक्कपक्खिया जहा सलेम्सा, सम्मदिट्ठी जहा अलेस्सा, मिच्छादिट्ठी जहा कराहपक्खिया 5 / सम्मामिच्छादिट्ठीणं पुच्छा, गोयमा ! नो किरियावादी नो अकिरियावादी अन्नाणियवादीवि वेणइयवादीवि, णाणी जाव केवलनाणी जहा अलेस्से, अन्नाणी जाव विभंगनाणी जहा कराहपक्खिया, श्राहारसनोवउत्ता जाव परिग्गहसन्नोवउत्ता जहा सलेस्सा, नोसन्नोवउत्ता जहा अलेस्सा, सवेदगा जाव नपुंसगवेदगा जहा सलेस्सा, अवेदगा जहा अलेस्सा, सकसायी जाव लोभकसायी जहा सलेस्सा, अकसायी जहा अलेस्सा, सजोगी जाव काययोगी जहा सलेस्सा, अजोगी जहा अलेस्सा, सागारोवउत्ता प्रणागारोवउत्ता जहा सलेस्सा 6 / नेरइया णं भंते ! किं किरियावादी ? पुच्छा, गोयमा ! किरियावादीवि जाव वेणइयवादीवि 7 / सलेस्सा णं भंते ! नेरइया कि किरियावादी ? एवं चेव, एवं जाव काउलेस्सा कराहपक्खिया किरियाविवजिया, एवं एएणं कमेणं जच्चेव जीवाणं वत्तव्वया सच्चेव नेरइयाणं वत्तव्वयावि जाव अणागारोवउत्ता नवरं जं