________________ 780 ) . / श्रीमदागमसुधासिन्धुः / तृतीयो विभागः णं भंते ! कहं उववज्जति ?, गोयमा ! से जहानामए पवए पवमाणे अवसेसं तं चेव एवं एगिदियवज्जं जाव वेमाणिया 1 / सेवं भंते ! 2 त्ति जाव विहरइ 2 // सू०८०८ // 25-11 // मिच्छदिट्टिनेरझ्या णं भंते ! कहं उववज्जति ?, गोयमा ! से जहानामए-पवए: पवमाणे अवसेसं तं चेव एवं जाव वेमाणिए 1 / सेवं भंते ! 2 ति जाव विरहइ 2 // सूत्रं 801 // 25-12 // पंचवीसतिमं सयं सम्मत्तं // // इति पञ्चविंशतितमशतकम् // 25 // // अथ बन्धीनाम-पडविंशतितमशतके प्रथमोद्देशकः // नमो सुयदेवयाए भगवईए। जीवा 1 य लेस्स 2' पक्खिय 3 दिट्ठी 4 अन्नाण 5. नाण 6 सन्नायो 7 / वेय 8 कसाए 1 उपयोग 10 जोग 11 एकारवि ठाणा // 1 // तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव एवं वयासी-जीवे णं भंते ! पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ 1 बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ 2 बंधी न बंधइ बंधिस्सइ 3 बंधी न बंधइ न बंधिस्सइ 4 ?, गोयमा ! अत्थेगतिए बंधी बंधइ बंधिस्सइ 1 अत्थेगतिए बंधी बंधइण बंधिस्सइ 2 अत्थेगतिए बंधी ण बंधड बंधिस्सइ 3 अत्थेगतिए बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ 4, 1, 1 / सलेस्से णं भंते ! जीवे पावं कम्मै कि बंधी बंधई बंधिस्सइ 1 बंधी बंधइ-गा बंधिस्सइ ? पुच्छा, गोयमा ! अत्थेगतिए बंधी बंधइ बंधिस्सइ 1 अत्थेगतिए एवं चउभंगो 2 / कराहलेसे णं भंते ! जीवे पावं कम्मं किं बंधी पुच्छा, गोयमा ! प्रत्थेगतिए बंधी बंधइ बंधिस्सइ अत्यंगतिए बंधी बंधइ न बंधिस्सइ एवं. जाव पम्हलेसे सव्वत्थ पढमबितियभंगा, सुक्क. लेस्से जहा सलेस्से तहेव चउभंगो 3 / अलेस्से णं भंते ! जीवे पावं कम्म कि बंधी पुच्छा, गोयमा ! बंधी न बंधइ म बंधिसइ 2, 4 / कराहपक्खिए