________________ श्रीमन्व्याख्याप्रज्ञप्ति (श्रीमद्भगवति) मूत्रं :: शतकं 25 :: उद्देशकः 7 ] ( 767 संजयस्स छेत्रोवट्ठावणियसंजयस्स य एएसि णं जहन्नगा चरित्तपन्जवा दोराहवि तुल्ला सव्वत्थोवा परिहारविसुद्धियसंजयस्स जहन्नगा चरित्तपजवा यणंतगुणा तस्स चेव उक्कोसगा चरित्तपजवा अणंतगुणा सामाइयसंजयस्स छेयोवट्ठावणियसंजयस्स य एएसि णं उक्कोसगा चरित्तपजवा दोगहवि तुल्ला अनंतगुणा सुहुमसंपरायसंजयस्स जहन्नगा चरित्तपज्जवा अांतगुणा तस्स चेव उक्कोसगा चरित्तपजवा अणंतगुणा अहक्खायसंजयस्स अजहन्नमणुकोसगा चरित्तपजवा अणंतगुणा 7, 15 / सामाझ्यसंजए णं भंते ! कि सजोगी होजा अजोगी होजा ?, गोयमा ! सजोगी जहा पुलाए एवं जाव सुहुमसंपरायसंजए अहक्खाए जहा सिणाए 8, 16 / सामाइयसंजए णं भंते ! किं सागारोवउत्ते होजा अणागारोवउत्ते होजा ?, गोयमा ! सागारोवउत्ते जहा पुलाए एवं जाव अहक्खाए, नवरं सुहुमसंपराए सागारोवउत्ते होजा नो अणागारोवउत्ते होजा 1, 17 / सामाइयसंजए णं भंते ! किं सकसायी होजा अकसायी होजा ?, गोयमा ! सकसायी होज्जा नो अकसायी होजा, जहा कसायकुसीले, एवं छेदोवट्ठावणिएवि, परिहारविसुद्धिए जहा पुलाए 10 / सुहमसंपरागसंजए पुच्छा, गोयमा ! सकसायी होजा नो अकसायी होजा 11 / जइ सकसायी होजा से णं भंते ! कतिसु कसायेसु होज्जा ?, गोयमा ! एगंमि संजलणलोभे होज्जा, अहक्खायसंजए जहा नियंठे 12, 18 / सामाइयसंजए णं भंते ! किं सलेस्से होज्जा अलेस्से होजा ?, गोयमा ! सलेस्से होज्जा जहा कसायकुसीले, एवं छेदोवट्ठावणिएवि, परिहारविसुद्धिए जहा पुलाए, सुहुमसंपराए जहा नियंठे, अहक्खाए जहा मिणाए, नवरं जइ सलेस्से होजा एगाए सुक्कलेस्साए होजा 11, 11 // सूत्रं 71 2 // सामाइयसंजए णं भंते ! किं वड्डमाणपरिणामे होजा हीयमाणपरिणामे अवट्ठियपरिणामे ?, गोयमा ! वड्डमाणपरिणामे जहा पुलाए, एवं जाव परिहारविसुद्धिए 1 / सुहमसंपराय पुच्छा, गोयमा ! वट्ठमाण