________________ 642 ] [श्रीमदागमसुधासिन्धु :: तृतीयो विभागः पुढविकाइयाणं पुच्छा, गोयमा ! पुढविकाइया नो कइसंचिया अकइसंचिया नो अवत्तगतंत्रिया 3 / से केण?णं एवं वुच्चइ जाव नो अब्वत्तगसंचिया?, गोयमा ! पुढविकाइया असंखेजएणं पवेसणएणं पविसंति से तेण?णं जाव नो अंवत्तगसंचया 4 / एवं जाव वणस्सइकाइया, बैंदिया जाव वेमाणिया जहा नेरइया 5 / सिद्धा णं पुच्छा गोयमा ! सिद्धा कतिसंचिया नो अकतिसंचया अव्वत्तगसंचियावि, से केण?णं जाव अव्वत्तगसंचियावि ?, गोयमा ! जे णं सिद्धा संखेजएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं सिद्धा कतिसंचिया जे णं सिद्धा एकएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं सिद्धा श्रव्वत्तगसंचिया, से तेण?णं जाव अब्दत्तगसंचियावि 6 / एएसि णं भंते ! नेरझ्याणं कतिसंचियाणं अतिसंचियाणं अब्बत्तगसंचियाण य कयरे 2 जाव विसेसाहिया ?, गोयमा ! सव्वत्थोवा नेरइया यवत्तगसंचिया कतिसंचिया संखेजगुणा अकतिसंचिया असंखेजगुणा, एवं एगिदियवजाणं जाव वेमाणियाणं अप्पाबहुगं, एगिदियाणं नस्थि अप्पाबहुगं 7 / एएसि णं भंते ! सिद्धाणं कतिसंचियाणं अव्वत्तगसंचियाण य कयरे 2 जाव. विसेमाहिया वा ?, गोयमा ! सव्वत्योवा सिद्धा कतिसंचिया अवत्तगसंचिया संखेजगुणा 8 / नेरइयाणं भंते ! किं छक्कसमजिया 1 नोछकसमजिया 2 छक्केण य नोछक्केण य समजिया 3 छक्केहि य समजिया 4 छक्केहि य नोछक्केण य समजिया 5?, गोयमा ! नेरझ्या छकसमजियावि 1 नोछकसमजियावि 2 छक्केण य नोछक्केण य समजियावि 3 छक्केहि य समजियावि 4 छक्केहि य नोछक्केण य समजियावि 5, 1 / से केण?णं भंते ! एवं वुचइ नेरइया छक्कसमजियावि जाव छक्केहि य नोछक्केण य समजियावि ?, गोयमा ! जे णं नेरझ्या छक्कएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं नेरझ्या छक्कसमजिया ? जे णं नेरइया जहन्नेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहि वा उक्कोसेणं पंचएणं पवेसणएणं