________________ श्रीमाख्याप्रज्ञप्ति (श्रीमद्भगवति) एवं // शतक 1.7.5] य मायोवउत्ता य लोभोवउत्ता य, अहवा कोहोवउत्ते य माणोवउतें य, अहवा कोहोवउत्ते य माणोवउत्ता य एवं असीति भंगा नेयव्वा, एवं जाव संखिजसमयाहिया ठिई असंखेजसमयाहियाए ठिईए तप्पाउग्गुकोसियाए ठिईए सत्तावीसं भंगा भाणियव्वा 4 // सू० 44 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए निरयावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि निरयावासंसि नेरइयाणं केवइया श्रोगाहणाठाणा पन्नत्ता ?, गोयमा ! असंखेजा श्रोगाहणाठाणा पन्नत्ता, तंजहाजहन्निया योगाहणा, पदेसाहिया जहन्निया योगाहणा, दुप्पएसाहिया जहनिया श्रोगाहणा, जाव असंखिजपएसाहिया जहनिया भोगाहणा, तप्पाउग्गुकोसिया भोगाहणा 1 / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए निरयावास-सयसहस्सेसु एगमेगंसि निरयावासंसि जहनियाए योगाहणाए वट्टमाणा नेरइया कि कोहोवउत्ता ?, असीइभंगा भाणियव्वा जाव संखिजपएसाहिया जहन्निया योगाहणा, असंखेजपएसाहियाए जहनियाए योगाहणाए वट्टमाणाणं तत्पाउग्गुक्कोसियाए श्रोगाहणाए वट्टमाणाणं नेरइयाणं दोसुवि सत्तावीसं भंगा 2 / इसीसे णं भंते ! रयणप्पभाए जाव एगमेगंसि निरयावासंसि नेरइयाणं कइ सरीरया पराणता ?, गोयमा ! तिनि सरीरया पराणत्ता, तंजहा-वेउब्विए तेयए कम्मए 3 / इमीसे णं भंते / जाव वेउब्वियसरीरे वट्टमाणा नेरइया किं कोहोवउत्ता ? सत्तावीसं भंगा भाणियव्वा, एएणं गमएणं तिन्नि सरीरा भाणियव्वा 4 / इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढविए जाव नेरइयाणं सरीरया किंसंघणी पन्नत्ता ?, गोयमा ! छराहं संघयणाणं असंघयणी, नेवट्ठी नेव हिरा नेव राहारूणि जे पोग्गला अणिट्ठा अर्कता अप्पिया असुहा अमणुन्ना श्रमणामा, एतेसिं सरीरसंघायत्ताए परिणमंति 5 / इमीसे णं भंते ! जाव छराहं संघयणाणं असंघयणे वट्टमाणाणं नेरइया