________________ 354 ] __ [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः द्वितीपो विभागः समड्डियस्स देवस्स मज्झमझेणं वीइवएजा :, णो तिगा? सम8, पमत्तं पुण वीइवएजा 3 / से णं भंते ! किं विमोहित्ता पभू अविमोहित्ता पभू ?, गोयमा ! विमोहेत्ता पभू नो अविमोहेत्ता पभू 4 / से भंते ! कि पुवि विमोहेत्ता पच्छा वीइवएजा पुब्बि वीइवएत्ता पच्छा विमोहेजा ?, गोयमा ! पुरि विमोहेत्ता पच्छा वीइवएजा णो पुब्बिं वीइवइत्ता पच्छा विमोहेजा 5 / महिड्डीए णं भंते ! देवे अप्पड्डियस्स देवस्स मज्भमज्झेणं वीइवएज्जा ?, हंता वीइवएजा 6 / से णं भंते ! किं विमोहित्ता पभू अविमोहेत्ता पभू ?, गोयमा! विमोहेत्तावि पभू अविमोहेत्तावि पभू 7 / से भंते ! किं पुब्बिं विमोहेत्ता पच्छा वीइवइजा पुब्बिं वीइवइत्ता पच्छा विमोहेजा ?, गोयमा ! पुवि वा विमोहेत्ता पच्छा वीइवएजा पुब्बि वा वीइवएत्ता पच्छा विमोहेजा = | अप्पिड्डिए णं भंते ! असुरकुमारे महड्डीयस्स असुरकुमारस्स मझमज्मेणं वीइवएजा ?, णो इण? सम8, एवं असुरकुमारेवि तिन्नि श्रालावगा भाणियव्वा जहा श्रोहिएणं देवेणं भणिया, एवं जाव थणियकुमाराणं, वाणमंतरजोइसियवेमाणिएणं एवं चेव 1 / अप्पडिए णं भंते ! देवे महिड्डियाए देवीए मझमझेणं वीइवएजा ? णो इण? सम? 10 / समड्डिए णं भंते ! देवे समिडीयाए देवीए मझमझेणं वीइवइज्जा ? एवं तहेव देवेण य देवीण य दंडयो भाणियम्बो जाव वेमाणियाए 11 / अप्पडिया णं भंते ! देवी महड्डीयस्स देवस्स मझमझेणं एवं एसोवि तइयो दंडो भाणियब्बो जाव महड्डिया वेमाणिणी अप्पडियस्स वेमाणियस्स मज्झमज्झणं वीइवएजा ?, हंता वीइवएजा 12 / अप्पड्डिया णं भंते ! देवी महिड्डियाए देवीए मझमज्झेणं वीइवएजा ?, णो इण? समठे, एवं समडिया देवी समड्डियाए देवीए, तहेव, महड्डियावि देवी अप्पड्डियाए देवीए तहेव, एवं एक्केक्के तिन्नि 2 पालावगा भाणियव्वा जाव महड्डिया णं भंते ! वेमाणिणी अप्पडियाए वेमाणिणीए मझमझेणं