________________ 268 ] [ श्रीमदगिमसुधासिन्धुः। द्वितीयो विमागा बंधइ तहेब जाव नोइत्थीनोपुरिसोनोनपुंसयो बंधइ ?, गोयमा / इत्थीवि बंधइ पुरिसोवि बंधइ जाव नपुंसगोवि बंधइ अहवेए य अवगयवेदो य बंधइ अहवेए य श्रवगयवेया य बंधइ 2 / जइ भंते ! अवगयवेदो य बंधइ अवगयवेदा य बंधति तं भंते ! कि इत्थीपच्छाकडो बंधइ पुरिसपच्छाकडो बंधइ ? एवं जहेव ईरियावहियाबंधगस्स तहेव निरवसेसं जाव ग्रहवा इत्थीपच्छाकडा य पुरिसपच्छाकडा य नपुंसगपच्छाकडा य बंधति 3 / तं भंते ! किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ 1 ? बंधी बंधइ न बंधिस्सइ 2.? बंधी न बंधइ बंधिस्सइ 3 ? बंधी न बंधइ न बंधिस्सइ 4 ?, गोयमा ! अत्थेगतिए बंधी बंधइ बंधिस्सइ 1 अत्थेगतिए बंधी बंधइ न बंधिस्सइ 2 अत्यंगतिए बंधी न बंधइ बंधिस्सइ 3 अत्यंगतिए बंधी न बंधइ न बंधिस्सइ 4 / तं भंते ! किं साइयं सपजवसियं बंधइ ? पुच्छा तहेव, गोयमा ! साइयं वा सपज्जवसियं बंधइ अणाइयं वा सपज्जवसियं बंधइ अणाइयं वा अपज्जवसियं बंधइ णो चेव णं साइयं अपजवसियं बंधइ 5 / तं भंते ! किं देसेणं देसं बंधइ ? एवं जहेव ईरियावहियाबंधगस्स जाप सव्वेणं सव्वं बंधइ 6 // सूत्रं 342 // कइ णं भंते ! कम्मपयडीयो पन्नत्तायो ?, गोयमा ! अट्ट कम्मपयडीयो पन्नत्तायो, तंजहा–णाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं 1 / कइ णं भंते ! परीसहा पराणत्ता , गोयमा ! बावीसं परीसहा पनत्ता, तंजहा-दिगिंछापरीसहे पिवासापरीसहे जाव दंसणपरीसहे 2 / एए णं भंते ! बावीसं परीसहा कतिसु कम्मपगडीसु समोयरंति ?, गोयमा ! चउसु कम्मपयडीसु समोयरंति, तंजहा-नाणावरणिज्जे वेयणिज्जे मोहणिज्जे अंतराइए 3 / नाणावरणिज्जे णं भंते ! कम्मे कति परीसहा समोयरंति ?, गोयमा ! दो परीसहा समोयरंति, तंजहा-पन्नापरीसहे नाण(अन्नाण)परीसहे य 4 / वेयणिज्जे णं भंते ! कम्मे कति परीसहा. समोयरंति ?, गोयमा ! एकारस परीसहा. समोयरंति, तंजहा