________________ 266 ] [ श्रीमदगिमसुधासिन्धुः। द्वितीयो विभागः प्रणिस्सियोवस्सितं सम्मं ववहरमाणे समणे निग्गंथे आणाए. बाराहए। भवइ 2 // सूत्रं 340 // कइविहे णं भंते ! बंधे पराणते ?, गोयमा ! दुविहे बंधे पन्नत्ते, तंजहा-ईरियावहियाबंधे य संपराइयबंधे य 1 / ईरियावहियगणं भंते ! कम्मं किं नेरइयो बंधइ तिरिक्खजोणियो बंधइ तिरिक्खजोणिणी बंधइ मणुस्सो बंधइ मणुस्सी बंधइ देवो बंधइ देवी बंधइ ?, गोयमा ! नो नेरइश्रो बंधइ नो तिरिक्खजोणीयो बंधइ नो तिरिक्खजोगिणी बंधइ नो देवो बंधइ नो देवी बंधइ पुवपडिवन्नए पडुच्च मणुस्सा य मणुस्सीयो य बंधति पडिवजमाणए पडुच्च मणुस्सो वा बंधइ 1 मणुस्सी वा बंधइ 2 मगुस्सा वा बंधति 3 मणुस्सीओ वा बंधति 4 अहवा मणुस्सो य मणुस्सी य बंधइ 5 अहवा मणुस्सो य मणुस्सीयो य बंधति 6 अहवा मणुस्सा य मणुसी य बंधति 7 हवा मणुस्सा य मणुस्सीयो य बंधति 8, 2 / तं भते ! कि इत्थी बंधइ ? पुरिसो बंधइ ? नपुंसगो बंधति ? इत्थीयो बंधति ? पुरिसा बंधंति ? नपुंसगा बंधंति ? नोइत्थीनोपुरिसोनोनपुंसो बंधइ ?, गोयमा ! नो इत्थी बंधइ नो पुरिसो बंधइ जाव नो नपुंसगा बंधति, पुवपडिवन्नए पडुच्च अवगयवेदा बंधंति, पडिबजमाणए य पडुच्च अवगयवेदो वा बंधति, श्रवगयवेदा वा बंधति 3 / जइ भंते ! अवगयवेदो वा बंधइ अयगयवेदा वा बंधति तं भंते ! किं इत्थीपच्छाकडो बंधइ 1 ? पुरिसपच्छाकडो बंधइ 2 ? नपुंसकपच्छाकडो बंधइ 3 ? इत्थीपच्छाकडा बंधति 4 ? पुरिसपच्छाकडावि बंधंति 5 ? नपुंसगपच्छाकडावि बंधति 6 ? उदाहु इत्थिपच्छाकडो य पुरिसपच्छाकडो य बंधति 4 ? उदाहु इत्थीपच्छाकडो य णपुंसगपच्छाकडो य बंधइ 4 ? उदाहु पुरिसपच्छाकडो य णपुंसगपच्छाकडो य बंधइ 4 ? उदाहु इस्थिपच्छाकडो य पुरिसपच्छाकडो य णपुंसगपन्छाकडो य भाण्यिव्वं 8, एवं एते छब्बीसं भंगा 26 जाव उदाहु इत्थीपच्छाकडा य पुरिसपच्छाकडा